कांग्रेस विधायक ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी, ट्रेनें रद्द होने का मसला
बिलासपुर। एसईसीआर ने अचानक 22 ट्रेनों को रद्द कर दिया। रेलवे के फैसले से आम लोगों पर मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ा है। लोगों को शादी, तीर्थ यात्रा, परीक्षा एवं अन्य जरूरी कार्यों को रेलवे के इस निर्णय के कारण रद्द करना पड़ रहा है। आम जनता की परेशानियों को लेकर नगर विधायक शैलेष पांडेय ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक आलोक कुमार से भेंट की एवं उनके समक्ष आम जनता को ट्रेनें रद्द होने के कारण आ रही परेशानियों को समक्ष रखा।
विधायक पांडेय ने कहा है कि पैसेंजर ट्रेन का परिचालन रद्द होने से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को शादी, तीर्थ यात्रा, परीक्षा एवं अन्य आवश्यक कार्यों से वंचित होना पड रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस के साथ-साथ आम लोगों की रेलवे सुविधा छीनने का भी प्रयास कर रही है। पांडेय ने कहा कि रद्द किए गए ट्रेनों का परिचालन जल्द से जल्द शुरू किया जाए अन्यथा जनता के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा। ट्रेने रद्द होने से बिलासपुर जोन के यात्री परेशान है। हजारों यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं। देश में सबसे ज्यादा कमाई करने वाले जोन एसईसीआर करोड़ों रुपए की कमाई करता है। यह एक कमाऊ जोन है जो रेलवे को सर्वाधिक आय पहुंचाता है। लेकिन रेलवे प्रशासन द्वारा 22 यात्री ट्रेनों को रद्द करना जनता के अहित में निर्णय है। 24 अप्रैल से 26 मई तक यात्री ट्रेनों का परिचालन रेलवे ने बाधित रखा है। इसके अलावा नगर विधायक ने रेलवे महाप्रबंधक को रेलवे हेल्प डेस्क स्थापित करने की मांग रखी है ताकि रद्द किए गए ट्रेनों की जानकारी आम जनता तक पहुंचे ताकि उनका समय व्यर्थ ना हो।
रेलवे महाप्रबंधक आलोक कुमार ने ट्रेनों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कुल 343 ट्रेनों का परिचालन किया जाता था। परंतु रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार यात्री ट्रेनों को बंद रखा गया है। इसमें से 20 ट्रेनें पहले से ही बंद है एवं वर्तमान में 22 ट्रेनों को बंद रखा गया है। इसमें से 4 सप्ताहिक ट्रेन भी शामिल है। रेलवे प्रशासन प्रयासरत है की ट्रेनों का परिचालन जल्द सुलभ कर दिया जाए।