छत्तीसगढ़

कांग्रेस नेता के सट्टेबाज बेटे ने आईडी बेचकर कमाए लाखों

Nilmani Pal
28 Sep 2022 5:54 AM GMT
कांग्रेस नेता के सट्टेबाज बेटे ने आईडी बेचकर कमाए लाखों
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आफताब फरिश्ता

ऑनलाइन सट्टा: प्रदेश भर में एक्शन शुरू, भिलाई, बिलासपुर व जगदलपुर में धरे गए सटोरिये

जगदलपुर में महादेव ऑनलाइन सट्टे का ब्रांच पकड़ाया, 6 आरोपी गिरफ्तार

करोडो़ं के लेनदेन से जुड़े सबूत जब्त

रायपुर/भिलाई । पुलिस ने पहली बार महादेव बुक की आइडी बेचने वाले पैनल धारक को गिरफ्तार किया है। आरोपित, कांग्रेस नेता व कैट,स्टील चेंबर आफ कामर्स के अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन का बेटा है। उसने 20 लाख रुपये में पूरा पैनल खरीदा था और उससे उसने पांच हजार से अधिक लोगों को आइडी बांटी थी। आरोपित ने अपने पैनल से 15 दिनों में ही लाखों रुपये का सट्टा खिलाया था। पैनल धारक मुख्य आरोपित समेत कुल छह आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। जिसमें तीन आरोपित उत्तर प्रदेश के वाराणसी और जौनपुर के रहने वाले हैं। मुख्य आरोपित का एल्युमिनियम फिटिंग का कारोबार है। उसके साथ गिरफ्तार किए गए पांच अन्य आरोपित उसके यहां काम करते थे। शुरुआती दिनों में उसने जगदलपुर स्थित अपने गोदाम से महादेव बुक के माध्यम से आनलाइन सट्टा का संचालन किया था। इसके बाद उसने कोसानाला के पास एक झोपड़ी किराये में ले ली थी और वहां से इसका संचालन शुरू किया था। लेकिन, मुखबिर की सूचना पर सभी आरोपित गिरफ्तार कर लिए गए। आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही महादेव बुक से जुड़े कुछ और सटोरियों के बारे में भी पुलिस को जानकारी मिली है। जिनकी तलाश की जा रही है।

बता दें कि विभिन्न प्रकार के खेलों पर आनलाइन सट्टा का खेल काफी तेजी से बढ़ा है। भिलाई निवासी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने महादेव बुक और रेड्डी अन्ना नाम के एप का निर्माण किया और उससे आनलाइन सट्टा में गहरी पैठ बनाई है। मंगलवार को पुलिस ने महादेव बुक से जुड़े कुछ छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

फर्जी बैंक अकाउंट, एटीएम व सिम भी बरामद : जब पुलिस ने महादेव के ब्रांच ऑफिस में छापेमारी की सभी लड़के ऑनलाइन गेम की मॉनीटरिंग कर रहे थे। पुलिस ने यहां से बड़ी मात्रा में लेन देने करने के लिए फर्जी बैंक अकाउंट की पासबुक, एटीएम कार्ड और फर्जी नाम से संचालित सिम कार्ड को भी जब्त किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

लाखों का सामान और लेन-देन के सबूत जब्त : पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाईल, 4 लौपटॉप, 1 मॉनीटर, 1 सीपीयू, 3 की-बोर्ड, 4 माऊस, 1 ब्रॉडबैण्ड, 4 लैपटॉप चार्जर, 6 एटीएम कार्ड, 8 चेकबुक, 3 पासबुक और कई मोबाइल के सिम सहित अहम सबूत जब्त किया है। इन लोगों के द्वारा करोडो़ं रुपए का ऑनलाइन सट्टा खिलवाया जा रहा था।

ये आरोपी किए गए गिरफ्तार

दुर्ग पुलिस ने जगदलपुर से महादेव ऑनलाइन सट्टे को संचालित करने वाले 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसमें अनुभव जैन (35 साल), निवासी जोनल मार्केट इण्डियन कॉफी हाऊस के बाजू सेक्टर 10 भिलाई, हर्ष कपूर (27 साल), निवासी क्वार्टर नं. 27-सी सड़क 37- सी सेक्टर 07 मिलाई, नूतन देवांगन (29 साल), निवासी संग्राम चौक सिकोला भाठा दुर्ग, प्रद्युम्न विश्वकर्मा (24 साल), निवासी ओदार थाना फुलपुर जिला वाराणसी उत्तर प्रदेश, पंकज विश्वकर्मा (21 साल), निवासी आम शाहपुर थाना बड़ागांव जिला वाराणसी उ.प्र. और श्यामदेव विश्वकर्मा (29 साल), निवासी ग्राम भावपुर थाना जलालपुर जिला जौनपुर उ.प्र. शामिल हैं।

पत्रकार वार्ता में मामले की जानकारी देते हुए एसपी डा. अभिषेक पल्लव, एएसपी संजय ध्रुव और भिलाई नगर सीएसपी नसर सिद्दीकी ने बताया कि आरोपित अनुभव जैन इस गिरोह का मुखिया है। इसके पास ही महादेव बुक का पैनल था। जिससे वो सट्टा खेलने वाले पांच हजार से अधिक लोगों को आइडी बेच चुका था।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ दिनों पहले महादेव बुक से जुड़े दो आरोपित गिरफ्तार किए गए थे। उनसे मिले डाटा के आधार पर ये कार्रवाई की गई है। इस कार्रवाई करोड़ों रुपये के आनलाइन सट्टा का पर्दाफाश हुआ है। ये आरोपित विभिन्न बैंकों के 50 से अधिक खातों के माध्यम से सट्टे के पैसों का लेनदेन कर रहे थे। इनसे 12 नग मोबाइल, चार नग लैपटाप, एक नग मानीटर, एक नग सीपीयू, तीन नग की-बोर्ड, चार नग माऊस, एक नग ब्राडबैंड, छह नग एटीएम कार्ड, आठ नग चेकबुक और तीन नग पासबुक जब्त किया गया है। पुलिस ने विभिन्न खातों में आए सट्टा के करीब दो लाख रुपये को होल्ड भी कराया है।

इंजीनियर और कंप्यूटर के जानकार हैं आरोपी : गिरफ्तार किए गए आरोपितों में हर्ष कपूर इंजीनियर है। इसके अलावा श्यामदेव विश्वकर्मा ने डीसीए की पढ़ाई की है और वो कंप्यूटर का अच्छा जानकार है। इसके अलावा आरोपित नूतन देवांगन महज आठवीं पास है। लेकिन, वो भी कंप्यूटर की अच्छी जानकारी रखता है। इसके अलावा बाकि के दो अन्य आरोपित प्रद्युम्न विश्वकर्मा और पंकज विश्वकर्मा भी कंप्यूटर से काम करना सीख गए थे। अनुभव जैन ने इन्हें नौकरी पर रखा था और ये पांचों आरोपित सट्टा के पैसों को अलग-अलग खातों में जमा करते और ट्रांसफर करते थे। आरोपितों ने बहुत ही कम समय में महादेव बुक का पूरा काम समझ लिया था और करोड़ों रुपये का लेनदेन कर चुके थे।

आरोपित अनुभव जैन ने पुलिस को जानकारी दी है कि महादेव बुक से जुड़े लोग उससे वाट्सएप काल पर ही बात करते थे। पुलिस ने आरोपितों से मोबाइल भी जब्त किया है और उससे अन्य आरोपितों की जानकारी निकाल रही है।

सटोरियों की 200 लोगों की हाईटेक टीम, पुलिस ने पकडऩे आईटी और मोबाइल एस्कपर्ट की टीम बनाई

आनलाइन गेमिंग महादेव और रेड्डी अन्ना एप का संचालन दुबई से बैठकर देशभर में फैलाने वाले सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने रायपुर, भिलाई से निकलकर पहले मुंबई, फिर दुबई में आनलाइन सट्टा कारोबार फैलाया। पांच साल के भीतर इस कारोबार को बढ़ाने के लिए दोनों ने मिलकर आइटी और मोबाइल एक्सपर्ट की टीम बनाई है। पुलिस की तफ्तीश में यह तथ्य सामने आया है कि इन सटोरियों ने भिलाई, दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर और तिल्दा के 200 युवाओं की एक्सपर्ट टीम बनाई है। इनमें से अधिकतर मोबाइल दुकानों में काम करते हैं। यह टीम ही आनलाइन सट्टे का कारोबार संभाल रही है। खबर यह भी है कि सौरव, रवि की दोस्ती में दरार आ गई। दोनों अलग होकर अब दुबई और कतर से सट्टे का कारोबार लगातार फैलाकर देश के बड़े बुकी बन गए हैं। महादेव एप, आयरन बुक के नाम से इनका काम गल्फ कंट्री में चल रहा है।

सट्टा खिलाते इंजीनियर, इकोनॉमिस्ट, तकनीशियन और फार्मासिस्ट गिरफ्तार

बिलासपुर में महादेव व रेड्डी अन्ना ऑनलाइन बेटिंग के माध्यम से सट्टा खिलवाने वाले एप्लिकेशन से 22 हजार सट्टा खेलने वालों की जानकारी निकाल ऑनलाइन सट्टा सिस्टम को संचालित करने वाले 4 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही पुलिस को 270 बैंक अकाउंट नंबर, 200 वीआईपी मोबाइल नंबर में व्हाट्सएप एक्टिव आईडी केसाथ ही 10 से अधिक वेबसाइट की जानकारी मिली है। गिरफ्तार आरोपियों में से शैलेश जायसवाल महादेव सट्टे का ब्रांच मैनेजर है। ब्रांच मैनेजर पद की पहचान आईडी यह है कि उसके हाथ मे महादेव लिखा हुआ टैटू बना होता है। शैलेश जायसवाल के हाथ में टैटू बना हुआ है। वह इंजीनियर है उसने 2014 में भिलाई के रूंगटा कॉलेज से इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल ब्रांच से पासआउट किया है।। विकास कर्ष शंकराचार्य कॉलेज भिलाई से 2015 में बीकाम पास किया है जो महादेवा एप का अर्थशास्त्री था। राहुल ढिरही आईटीआई किया हुआ है जिसके द्वारा गेम खिलाई जाता था। इसने फिटर ट्रेड में आईटीआई किया था। जबकि सोनकुमार मरावी फार्मा सिस्ट था। जिसके द्वारा रकम की लेनदेन हेतु बैंक खाते अरेंज किया जाता था। पुलिस को 4 लाख नगद, 2 लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन,9 एटीएम, 3 पैन कार्ड,6 आईकार्ड, 6 चेक बुक, 4 पास बुक, 2 बुक आहरण और जमा पर्ची आरोपियों से मिली है। पुलिस ने शैलेश जायसवाल (30), विकास कर्ष (29), राहुल ढिरही (22) सोनाकुमार मरावी (33) वर्ष शामिल हैं।

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