x
छग
Raipur. रायपुर। पूरे प्रदेश में कांग्रेस में हाहाकार मचा है हर कोई प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पर टिकट बेचने का आरोप लगा रहा है और लगभग सभी कार्यकर्ताओं के मन में ये बात पक्के तौर पे हो गई के पार्षद टिकट से लेकर महापौर टिकट तक दीपक बैज ने बेचे हैं यह तो पूरी तरीक़े से तब और साबित हो गया पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने स्पष्ट रूप से आरोप लगाया दीपक बैज ने पैसे लेकर टिकट बेचीं है और टिकट का गलत वितरण हुआ है। बड़े नेता दबे मन से यह बात कहने से भी नहीं चूकते हैं यह जब टिकट बिक्री हो ही गया है तो किस तरीक़े से कांग्रेस मैदान में दिखेगी। पूरे प्रदेश में कांग्रेस का हाल अब तक के छत्तीसगढ़ बनने से लेकर अभी तक सबसे बुरा देखने को मिला। कमोबेश पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से बहुत आगे निकलती दिख रही है। लेकिन कांग्रेस में अभी तक टिकट के लड़ाई-झगड़े, आरोप-प्रत्यारोप और टिकट की लड़ाई से अभी तक उभर नहीं पाए। दस दिन का शेष समय रह गया है। चुनाव के मतदान के लिए और उसमें से सिर्फ़ आठ दिन प्रचार के लिए है बचे हुए हैं। सभी नगर निगम और नगर पालिकाओं में कांग्रेस की वर्तमान स्थिति एकदम दयनीय हो गई है और एक भी नगर पालिका और नगर निगम जीतने की उम्मीद नहीं है। चुनाव के उपरांत बड़े नेताओं के विरोध और चुनाव में बड़ी हार के कारण दीपक बैज प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जा सकते है। टिकट बेचने में इतनी आपा-धापी किए ये भी नहीं देखें कि चंद्र शेखर चक्रधारी नाम के व्यक्ति को कांग्रेस ने पैसा लेकर मुंशी स्माइल वार्ड क्र. 23 का पार्षद टिकट दिया है। लेकिन बेईमानी से कांग्रेस पार्टी के खिलाफ कांग्रेस संगठन के कमजोरी के कारण निर्दलीय के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस पार्टी के खिलाफ ही लड़ रहा है जो राजनीतिक पार्टी के इतिहास में पहली बार देखने को मिलेगा। संगठन की घोर और अति गंभीर लापरवाही सामने आई। जिसकी शिकायत बड़े नेता ने आला कमान को की है।
लेकिन कांग्रेस के कार्यकर्ता ना प्रचार में दिख रहे और ना ही कोई नेता कांग्रेस का प्रचार प्रसार कर रहा है। सब आपसी खींचतान में लगे हुए हैं और अब सब ये पता लगाने में लगे हैं। सट्टा-जुआ-गांजा-भू माफ़िया और बिल्डर लॉबी के कौन-कौन पार्षद प्रत्याशी पैसा देकर टिकट लेने में सफल हुए रायपुर में विवादित वार्डों की संख्या ज्यादा है। जैसे पंडित रविशंकर शुक्ल वार्ड क्र. 34, शंकर नगर वार्ड क्र. 30, स्वामी विवेकानंद सदर बाजार क्र. 44, शहीद राजीव पांडेय वार्ड क्र. 62, मोरेश्वर राव गेंद्रे वार्ड क्र. 59, लेफ्टिनेंट अरविंद दीक्षित वार्ड क्र. 56, इन्ही सब वार्ड में कांग्रेस मजबूत थी। लेकिन कार्यकर्ताओं के अनुसार टिकट का वितरण सही तरीके से नहीं होने से कांग्रेस इन वार्डों में पिछड़ती नज़र आ रही है और लगभग हार की कगार में है। बाकी अधिकांश वार्डों में कांग्रेस कड़े संघर्ष और पैसे के अभाव में। रायपुर शहर के ज़्यादातर वार्डों में कांग्रेस पार्टी स्पष्ट रूप से पिछड़ते हुए दिख रही है और ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस कहीं पहले चुनाव के दौड़ में भी नहीं है वही हाल दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, कोरबा, चिरमिरी, रायगढ़, धमतरी और बस्तर में भी दिख रहा है बड़े-बड़े नेताओं ने भी आला कमान से नगरीय निकाय चुनाव में पार्षद टिकट से लेकर महापौर चुनाव तक की टिकट पूरे प्रदेश में टिकट बेचने का आरोप वर्तमान पदाधिकारियों पर और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज पर लगाया है।
Tagsहाहाकार कांग्रेसनगरीय निकाय चुनावनिकाय चुनावपिछड़ती कांग्रेसनगरीय निकायनगरीय निकाय में कांग्रेसकांग्रेस पिछड़ रहीकांग्रेस चुनावकांग्रेस का चुनावछग कांग्रेसछत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटीनिकाय चुनाव हार रही कांग्रेसहार रही कांग्रेसनगर निगम चुनाव हार रही कांग्रेसचुनाव हार रही कांग्रेसरायपुर कांग्रेसरायपुर नगर निगम चुनाव हार रही कांग्रेसरायपुर में कांग्रेस की हारकांग्रेस की हारकांग्रेस हाराCongress in uproarurban body electionscivic electionsCongress lagging behindurban bodyCongress in urban bodyCongress electionChhattisgarh CongressChhattisgarh Congress CommitteeCongress losing civic electionsCongress losingCongress losing municipal corporation electionsCongress losing electionRaipur CongressCongress losing Raipur municipal corporation electionsCongress defeat in RaipurCongress defeatCongress lostदीपक बैजपीसीसी चीफ हारछत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटीDeepak BaijPCC chief defeatChhattisgarh Pradesh Congress Committee
Shantanu Roy
Next Story