आदिवासी आरक्षण पर रण: राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। रायपुर में शनिवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा ने पैदल मार्च निकाला। प्रदेश के सांसद विधायक, पार्टी के पदाधिकारी एकात्म परिसर दफ्तर से राजभवन पैदल गए। राज्यपाल से मिलकर भाजपा नेताओं ने उन्हें ज्ञापन सौंपा। घटाए गए आरक्षण को फिर से बहाल करने और जिम्मेदार लापरवाह पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की। पार्टी अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने पैदल मार्च के बाद शाम के वक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस ली।
साव ने कहा कांग्रेस ने जनजाति समाज के साथ एक बड़ा धोखा किया है। जनजाति आरक्षण कटौती के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने एकमुश्त 12 फीसदी आदिवासी आरक्षण बढ़ाया। 2012 में माननीय राज्यपाल के आदेश से प्रदेश के पांचवे अनुसूची क्षेत्र के जिलो में तृतीय एवम चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की भर्ती में स्थानीय जनसंख्या के अनुसार आरक्षण की व्यवस्था की गई थी। 29 सितंबर 2022 को कांग्रेस के कार्यकाल में उच्च न्यायालय ने इसे खारिज कर दिया।
इस वजह से मचा है बवाल : बिलासपुर हाईकोर्ट ने आदिवासियों के आरक्षण को घटा दिया है। पहले राज्य में 32 प्रतिशत आरक्षण था, जिसे 20 प्रतिशत कर दिया गया है। इसलिए आदिवासी समाज नाराज है और भाजपा इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में है। भाजपा ने आरोप लगाया कि प्रदेश ऐसा राज्य बन गया, जहां किसी समुदाय से उनका आरक्षण छीना गया हो। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण पर कहा है कि आदिवासियों को उनका अधिकार मिलकर रहेगा, हमारी सरकार हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देने सुप्रीम कोर्ट गई है।
पिछले सप्ताह किया था हाइवे जाम : छत्तीसगढ़ में आरक्षण के मसले पर बीते शनिवार दोपहर से अलग-अलग क्षेत्रों में हाई?वे पर भाजपा ने चक्काजाम कर अपना विरोध जताया था। बीजेपी के इस प्रदर्शन से हाईवे पर आने-जाने वाले लोग काफी परेशानी होते रहे। कोंडागांव में भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप, पूर्व मंत्री लता उसेंडी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में भाजपा नेता सड़कों पर बैठकर प्रदर्शन किया था। करीब दो घंटे तक हाईवे जाम रहा था। ये प्रदर्शन सरगुजा, दुर्ग और बस्तर संभाग में किया गया था।
कांग्रेस बोली - भाजपा का पैदल मार्च घडिय़ाली आंसू-कांग्रेस : आदिवासी आरक्षण में कटौती पर भाजपा का पैदल मार्च घडिय़ाली आंसू है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के षडय़ंत्र और पूर्ववर्ती रमन सरकार के द्वारा जानबूझकर बरती गयी लापरवाही के कारण हाईकोर्ट ने आरक्षण की सीमा को घटाकर 58 से 50 फीसदी किया है। मरकाम ने पूछा कि आरक्षण बढ़ाने के लिये तत्कालीन गृहमंत्री ननकी राम कंवर की अध्यक्षता में बनाई गयी कमेटी की सिफारिशों को अदालत के समक्ष क्यों नहीं रखा गया? जब रमन सरकार आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 58 प्रतिशत कर रही थी तो अनुसूचित जाति के आरक्षण में 4 प्रतिशत की कटौती करने के बजाय आरक्षण सीमा को 58 प्रतिशत से 62 क्यों नहीं किया? रमन सरकार ने जानबूझकर यह गलती की ताकि बढ़ा आरक्षण अदालत में रद्द हो।
आदिवासी वर्ग के आरक्षण की कटौती रमन सरकार की नाकामी: भूपेश
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर भाजपा की पदयात्रा पर जमकर निशाना साधा। शनिवार शाम को रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आदिवासी वर्ग के आरक्षण में कटौती रमन सरकार की नाकामी का परिणाम है। मुख्यमंत्री ने दमदारी से कहा कि कांग्रेस सरकार आदिवासियों को उनका हक दिलाकर रहेगी। भाजपा के लोगों को यह जवाब देना चाहिए कि केंद्र सरकार आबादी के अनुरुप आरक्षण दे रही है। इससे पहले सीएम बघेल ने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा की। इस दौरान कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खडग़े भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री बघेल ने कर्नाटक के बेल्लारी में भारत जोड़ो पदयात्रा की फोटो को इंटरनेट मीडिया पर शेयर करते हुए कहा कि संकल्प बोल के, हम जो निकल पड़े। हर द्वार खोल के, गगन कहे, विजयी भव:।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भारत जोड़ो पदयात्रा में एक बार फिर शामिल होने का अवसर मिला। राहुल गांधी के साथ कर्नाटक के बेल्लारी में यात्रा की। यात्रा में अभूतपूर्व रूप से लोगों का जुड़ाव दिख रहा है। 3500 किलोमीटर की यात्रा पर निकले राहुल गांधी को एक महीने दो सप्ताह होने जा रहा है। रास्ते में अनेक अड़चने आई, लेकिन कांग्रेस के दीवाने राहुल गांधी के नेतृत्व में आगे बढ़ते जा रहे हैं।
जैसे-जैसे राहुल गांधी का कदम आगे बढ़ते जा रहा है, जनता का मूड बदलता जा रहा है। जयपुर के चिंतन शिविर में तय किया गया था कि पदयात्रा करना है। लोकसभा में, मीडिया में सत्ताधारी लोगों की बात नहीं होती है, इसलिए कांग्रेस सीधे जनता के बीच पहुंची है। राजनीतिक लाभ लेने के लिए समाज के बीच जो खाई पैदा की जा रही है, उसे पाटने के लिए यह पदयात्रा की जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री बघेल ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ सभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में में प्रियंका गांधी की रैली में साफ नजर आया कि जनता परिवर्तन के मूड में है। वहां कांग्रेस की सरकार बनना तय है। जनता का भरोसा कांग्रेस के साथ दिख रहा है। रैली में कार्यकर्ताओं और जनता का उत्साह और सैलाब दिखा।