कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम.गीता ने कांकेर जिले के प्रवास के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र में जिले के अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में स्थापित किए जा रहे लघुधान्य इकाई, पोषण बाड़ी विकास योजना, गौठानों में कुक्कुट पालन की स्थापना और गौठानों के स्व-सहायता समूहों के स्वरोजगार की संभावनाओं पर विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने दुर्गकोंदल विकासखण्ड के महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों से भी चर्चा की। समूह की सदस्यों ने बताया कि उनके द्वारा कोदो, कुटकी, रागी इत्यादि की जैविक खेती की जा रही है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कोदो चावल का अवलोकन भी किया।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने समीक्षा के दौरान सुराजी योजना के तहत नरवा, गरवा घुरवा, बाड़ी के क्रियान्वयन की समीक्षा की। डॉ. एम. गीता ने कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर के विभिन्न प्रदर्शन इकाईयों-मशरूम स्पॉन उत्पादन, बटेर पालन, कड़कनाथ कुक्कुट पालन एवं प्रजनन इकाई, पोषण वाटिका का अवलोकन भी किया एवं विस्तार से जानकारी ली। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ बीरबल साहू ने जिले में कृषकों द्वारा क्रियान्वित किये जा रहे कड़कनाथ कुक्कुट पालन, पोषण बाड़ी की अद्यतन स्थिति एवं जिला खनिज न्यास निधि से स्थापित किये गये कुक्कुट पालन इकाई एवं मशरूम स्पान उत्पादन के संबंध में प्रस्तुतिकरण किया। इस दौरान संचालक कृषि श्री नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संचालक उद्यानिकी एवं पशुधन विकास विभाग पी. माथेश्वरन सहित कलेक्टर कांकेर के.एल. चौहान सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित थे।