बिलासपुर। तीन घंटे की बारिश ने आज शहर को तरबतर कर दिया। वहीं नगर-निगम और बिजली विभाग की बरसात पूर्व तैयारी की पोल भी खुल गई। कलेक्टर, नगर निगम कमिश्नर के बंगले सहित सैकड़ों घरों में पानी घुस गया। जगह-जगह जाम नालियों के चलते मोहल्ले पानी से घिर गए। बारिश के साथ बंद हुई बिजली घंटों तक गुल रही। कई इलाकों में देर रात तक बिजली नहीं आई।
शाम करीब 5.30 बजे से बादल गरजने के साथ पानी गिरना शुरू हुआ, जो लगातार ढाई तीन घंटे तक बरसता रहा। लोग शाम के वक्त ऑफिस से घरों की ओर जा रहे थे और बाजार के लिए निकले थे। तेज बारिश के कारण वे यहां-वहां फंस गए। इधर पानी इतना तेज बरसा कि सुविधाजनक माने जाने वाले सिविल लाइन के कलेक्ट्रेट बंगले में पानी घुस गया। नगर निगम आयुक्त के नर्मदा नगर स्थित बंगले का भी यही हाल था।
सदर बाजार, पुराना बस स्टैंड में खड़ी कार और बाइक दो फीट तक पानी में डूबी रही। धीरे-धीरे पानी कम हुआ तो लोग निकले लेकिन जगह-जगह गड्ढे और पानी जमा होने के कारण फंसते रहे। सीजन में पहली बार जवाली नाले से भी ओवरफ्लो होने लगा। यह नाली शहर के बीच से अरपा नदी की ओर निकली है। इसके आसपास के मोहल्लों में पानी भर गया। कलेक्टर, एसपी निवास भी इसी के आसपास है। मालूम हो कि कलेक्टर सौरभ कुमार इस समय सर्किट हाउस में रुके हुए हैं क्योंकि पूर्व कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर ने अभी बंगला खाली नहीं किया है। कश्यप कॉलोनी, अज्ञेय नगर, सरकंडा, तालापारा, टिकरापारा, मगरपारा, व्यापार विहार, नई बनी स्मार्ट सड़क, नेहरू नगर, परिजात कॉलोनी में सड़कों पर देर रात तक पानी भरा रहा। जतिया तालाब में निर्माण कार्य के चलते एक नाले को बंद कर दिया गया था, जिसके चलते पत्रकार कॉलोनी व स्वर्ण जयंती नगर में पानी भर गया। महापौर रामशरण यादव, नगर निगम के अधिकारियों के साथ मैदानी अमला को निकले। जगह जगह नालियों को एक्सीवेटर से खोदकर पानी निकालने की जगह बनाने का काम देर रात तक चलता रहा।