पश्चिम बंगाल। अमरनाथ यात्रा (Amarnath yatra) के दौरान बादल फटने से हुए हादसे में पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के बरुईपुर की वर्षा मुहुरी की मौत हो गई है. वह भूगोल में स्नातकोत्तर कर रही थी और अमरनाथ हादसे (Amarnath Accident) के बाद से लापता थी. शनिवार की शाम को उसका शव मिला. रात को लड़की की मौत की सूचना परिजनों को दी गई. वर्षा की मौत की खबर से पूरे मोहल्ले में मातम छा गया. वर्षा अपनी मां और मामा के परिवार के साथ अमरनाथ घूमने गयी थी, लेकिन उसे यह पता नहीं था कि यह उसका आखिरी सफर होगा. बता दें कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने (Amarnath yatra Cloudburst) से अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 65 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. 41 लोग लापता बताये जा रहे हैं.
बता दें कि एक जुलाई को अमरनाथ यात्रा के लिए 6 सदस्यीय दल बरुईपुर से रवाना हुआ था. इसमें वर्षा, उनकी मां निवेदिता मुहुरी, मामा सुब्रत चौधरी, उदय और उज्जवल और उज्जवल का परिवार था. पहले वे जम्मू गए थे. फिर दो रातें पहलगांव में बिताई थी. वहां से वह अमरनाथ के लिए रवाना हुए थे.
परिवार के एक सदस्य के अनुसार, उदय ने कहा कि कल से वर्षा की कोई खोज नहीं मिल रही थी. कुछ घंटों के बाद उदय ने फिर फोन किया तब उसने वर्षा की मृत्यु की खबर दी. उनके अनुसार वर्षा का शव मिला था. उसकी मां और मामा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. परिवार के सदस्यों ने दावा किया कि दुर्घटना के बाद निवेदिता और सुब्रत को बचाव दल से कोई मदद नहीं मिली. शनिवार की सुबह वर्षा की मां को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. सभी को 18 जुलाई को अमरनाथ से लौटना था. बता दें कि अमरनाथ हादसे में कई बंगाली पर्यटक अभी भी लापता हैं. इनमें कोलकाता के मानिकतला, लेकटाउन, नागर बाजार समेत अन्य इलाकों के करीब 10 अमरनाथ में फंसे हैं. उत्तर बंगाल के धूपगुड़ी के 6 लोग शामिल हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार बंगाल में फंसे तीर्थयात्रियों को वापस लाने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है.
वर्षा की मौत की खबर सुनकर पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है. जानकारी के अनुसार वर्षा के पिता दिल के मरीज हैं, जो घर में फिलहाल अकेले रह रहे हैं. उनकी तबीयत को देखते हुए उन्हें बेटी की मौत की जानकारी नहीं दी गयी है. बताया गया है कि वर्षा अपने घर में अकेली संतान थी. वर्षा की मां निवेदिता की हालत गंभीर बतायी जा रही है. उन्हें अमरनाथ से हेलिकॉप्टर से लाया गया है. उनके साथ वर्षा का मामा सुब्रत भी लौट रहा है. बाकी सदस्यों की हालत कैसी है इस बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल पायी है.