छत्तीसगढ़

कॉलेज छात्र हुआ ठगी का शिकार, एक को गिरफ्तार कर दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

Nilmani Pal
17 April 2022 4:43 AM GMT
कॉलेज छात्र हुआ ठगी का शिकार, एक को गिरफ्तार कर दो अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस
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सरगुजा। सरगुजा (Sarguja) में बिजली विभाग में लाइनमैन के पद पर नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. इस ठगी का शिकार एक कॉलेज का छात्र हुआ है. नौकरी लगवाने के नाम पर छात्र से 3 युवकों ने 7 लाख 24 हजार रुपये ले लिए और जब बिजली विभाग की ओर से चयन सूची जारी हुई तो उसमें छात्र का नाम ही नहीं था. इसके बाद अब पीड़ित छात्र ने ठगी करने वाले तीनों आरोपियों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं दो अन्य आरोपी फरार है.

मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है, जहां छात्र को झांसे में लेने के लिए उसके गांव के ही एक युवक ने उससे कहा कि उसकी विद्युत विभाग में अच्छी पहचान है, जबकि दूसरे ने फोन कर कहा कि वह खुद विभाग में ही पदस्थ है, साथ उसने तीसरे युवक का नाम बताते हुए कहा कि उसके संपर्क में रहो, वह जैसा कहता है वैसा करते जाओ. इन सब के बीच रुपये देने के बाद भी जब चयन सूची में नाम नहीं आया तो छात्र ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई.

ग्राम बकनाखुर्द के रहने वाला प्रकाश पैकरा बीए का छात्र है. पीड़ित के मुताबिक, "6 सितंबर 2021 को इसके घर में गांव का ही सुमित पैकरा पहुंचा और कहा कि बिजली विभाग में लाइनमैन के लिए भर्ती निकली है, मैंने फार्म भर दिया है, तुम भी भर दो, नौकरी लग जाएगी. मेरी विभागीय अधिकारियों से अच्छी जान-पहचान है." इस दौरान उसने कहा कि यदि रुपये खर्च करोगे तो नौकरी लग जाएगी. झांसे में लेकर उसने प्रकाश पैकरा का फार्म भर दिया और नौकरी लगवाने के नाम पर उससे पहले 10 हजार, इसके बाद 1 लाख 11 हजार, फिर 2 लाख 67 हजार रुपये ले लिए. हालांकि इसके बाद प्रकाश ने और रुपये देने से मना कर दिया.

फिर कुछ दिन बाद अम्बिकापुर के केदारपुर के रहने वाले मृगांक सिन्हा ने प्रकाश के मोबाइल पर फोन कर बताया कि वह बिजली विभाग में पदस्थ है, उसकी नौकरी वह लगवा देगा. उसने कहा कि वह अपने ही गांव के अमित गुप्ता के संपर्क में रहे. इसके बाद मृगांक और अमित ने प्रकाश को झांसे में लिया. साथ ही अमित ने अपने खाते में ऑनलाइन 2 लाख 24 हजार रुपये डलवा लिए. इसके बाद मृगांक के खाते में भी 1 लाख 22 हजार रुपये डाले गए.

इस बीच विद्युत विभाग की ओर से चयन सूची जारी हुई और उसमें प्रकाश का नाम नहीं आया तो उसे अपने साथ हुए ठगी का एहसास हुआ. उसने तीनों से रुपये मांगना शुरू किए. इसपर तीनों ने रुपये देने से मना कर दिया, जिससे परेशान प्रकाश ने इसकी रिपोर्ट अम्बिकापुर कोतवाली में दर्ज कराई. पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 के तहत अपराध दर्ज कर सुमित पैकरा को गिरफ्तार कर लिया है. अमित और मृगांक अभी भी फरार हैं.

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