छत्तीसगढ़

कलेक्टर का आदेश: ग्रीष्मकाल में ना हो पेयजल की समस्या, अलर्ट रहें संबंधित अधिकारी

Nilmani Pal
26 April 2022 10:56 AM GMT
कलेक्टर का आदेश: ग्रीष्मकाल में ना हो पेयजल की समस्या, अलर्ट रहें संबंधित अधिकारी
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धमतरी। ज़िले में गर्मी के मौसम को देखते हुए कलेक्टर पी.एस.एल्मा लगातार शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था बनाए रखने समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने आज समय सीमा की बैठक में सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के अमले सहित सभी नगरीय निकाय के अधिकारियों को सुनिश्चित करने कहा है कि ज़िले में पेयजल की दिक्कत ना हो। जरूरत पड़ने पर बोर राइजर में पाइप लगाकर पानी आपूर्ति बनाए रखने और जहां दिक्कत हो टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने जल संसाधन विभाग द्वारा ज़िले के 453 तालाबों को जलाशय से भरने की स्थिति की भी समीक्षा की। बताया गया कि अब तक 168 तालाबों को सिंचाई नहर से भरा जा चुका है। इसमें धमतरी जिले के 126 और बालोद जिले के 42 तालाब सम्मिलित हैं। कलेक्टर ने जल्द से जल्द सभी चिन्हांकित तालाबों को भरने के निर्देश दिए हैं।

गोधन न्याय योजना की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने सभी गौठानों में गोबर खरीदी, खाद बनाने और विक्रय की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, गौठान नोडल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, सहकारिता को योजना का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने अपनी जिम्मेदारियों का गंभीरता से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने मिलेट मिशन और उर्वरक के उठाव का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करने पर बल दिया। बैठक में कलेक्टर ने आगामी खरीफ मौसम में धान के बदले अन्य फसल लगाने की बनाई गई विस्तृत कार्ययोजना को प्रस्तुत करने के निर्देश कृषि विभाग के अधिकारी को दिए। इसमें ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारीवार कृषि रकबा और धान के बदले अन्य फसल का क्षेत्राच्छादन की जानकारी सम्मिलित करने कलेक्टर ने कहा है। साथ ही ज़िला विपणन अधिकारी को समितियों से अग्रिम खाद उठाव की भी दैनिक रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए जिससे कि खरीफ के मौसम में खाद की किल्लत किसानों को ना रहे।

बैठक में कलेक्टर ने कोविड अनुकूल व्यवहार करने के निर्देश सभी को दिए। साथ ही कलेक्टर ने सभी पात्र लोगों को कोविड का प्रिकॉशन डोज और 12 से 14 वर्ष तक की उम्र के बच्चों के टीकाकरण की समीक्षा की। उन्होंने इसमें गति लाने के निर्देश भी दिए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.डी.के.तुर्रे ने बताया कि 12 से 14 साल तक की उम्र के 39 हजार 751 में से अब तक 26 हजार 528 बच्चों का, याने 67ः का टीकाकरण हो चुका है। बच्चों का शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए जिला शिक्षा अधिकारी और स्वास्थ्य अमले को मिलकर काम करने कहा है, ताकि कोई भी पात्र बच्चा टीकाकरण से वंचित ना रहें। कलेक्टर ने ज़िले में संचालित सभी पोषण पुनर्वास केन्द्रों में बेड ऑक्यूपेंसी बनाए रखने पर जोर दिया।


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