छत्तीसगढ़

Collector ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की

Shantanu Roy
12 Aug 2024 6:38 PM GMT
Collector ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की
x
छग
Kanker. कांकेर। कलेक्टर नीलेश कुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक हुई, जिसमें कलेक्टर ने सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों के तहत जिले में संचालित कार्यों की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की और जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए विशेष तौर पर जोर दिया। उन्होंने जिले में संस्थागत प्रसव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले उप स्वास्थ्य केन्द्र पदबेड़ा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बांदे, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भानुप्रतापपुर में आवश्यक सुविधाएं, उपकरण एवं जरूरी संसाधन मुहैया कराने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
अधिकारी को दिए गए।
कलेक्टर ने बैठक में विभाग के अधिकारियों एवं चिकित्सकों को निर्धारित मुख्यालय में अनिवार्य रूप से रहकर विभागीय दायित्वों का निर्वहन करने के निर्देश दिए, साथ ही मुख्यालय से गायब रहने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को नोटिस जारी कर उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता वाली सेवा है तथा जनसामान्य को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने में किसी प्रकार कोताही बरती जाती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके अलावा कलेक्टर ने ऐसे उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जहां आगामी छह महीनों में उपलब्धि कम है, वहां संस्थागत प्रसव में प्रगति लाने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के क्रियान्वयन के लिए सुविधाओं व संसाधन के लिए बजट की आवश्यकता के लिए मांग पत्र भेजने के
निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अविनाश खरे ने बैठक में बताया कि कांकेर जिला आयुष्मान कार्ड पंजीयन में 92.32 प्रतिशत के साथ राज्य में प्रथम स्थान पर है। इसी प्रकार जिले ने बच्चों के टीकाकरण में 100 प्रतिशत, क्षय उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत टीबी नोटिफिकेशन दर में 118 प्रतिशत और गैर संक्रामक रोग में उच्च रक्तचाप के स्क्रीनिंग में 151 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने बताया कि जिले में लक्ष्य से अधिक 140 प्रतिशत लोगों की मलेरिया जांच की गई है। मलेरिया की रोकथाम हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार सर्वे एवं निगरानी के कारण स्थिति नियंत्रण में है। इसी तरह जिले में डायरिया के प्रकरण नियंत्रण में है और जिले में किसी भी प्रकार की महामारी की स्थिति नहीं हुई है। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम प्रबंधक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला कुष्ठ अधिकारी सहित सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रभारी अधिकारी, जिला सलाहकार, बीएमओ, बीपीएम और बीईटीओ उपस्थित थे।
Next Story