कलेक्टर ने ग्राम पंचायत भाड़ी और सेखवा में गिरदावरी सत्यापन, स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण
गौरेला पेंड्रा मरवाही। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज पेंड्रा विकासखंड के ग्राम पंचायत भाड़ी और मरवाही विकासखंड के ग्राम पंचायत सेखवा में गिरदावरी सत्यापन कार्य का अवलोकन किया। उन्होने दोनों पंचायतों में किसानों की खाता संख्या, फसल रकबा, पड़त भूमि, सिंचित-असिंचित रकबा तथा धान के बदले अन्य फसल लेने की जानकारी ली। उन्होने राजस्व निरीक्षक, पटवारी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी एवं ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को किसानों के फसल रकबा में वास्तविक फसलों का सत्यापन एवं अभिलेख इंद्राज करने के निर्देश दिए। पटवारी एवं आरएईओ ने बताया कि भाड़ी के पटवारी हल्का नंबर 5 में 11 किसानों ने 4 हेक्टेयर में और सेखवा के पटवारी हल्का नंबर 28 में 13 किसानों ने 5 हेक्टेयर क्षेत्र में सुगंधित धान लोंधी एवं जीरा फूल की खेती की है।
कलेक्टर ने किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अगले खरीफ सीजन में धान के बदले अन्य फसलो के तहत सुगंधित धान, अरहर, उड़द, कोदो आदि फसलों की रकबा बढ़ाने के लिए प्रेरित करने कृषि एव राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होने उड़द एवं अरहर का पैदावार बढ़ाने नई कृषि तकनीक एवं बोवाई पद्धति से किसानों को अवगत कराने के भी निर्देश इन अधिकारियों को दिए।
कलेक्टर ने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर भाड़ी में महिला वार्ड, टीकाकरण कक्ष, ओपीडी, प्रसूती कक्ष एवं दवा काउंटर का अवलोकन किया। उन्होने सुरक्षित प्रसव के लिए गर्भवती महिलाओं के खान-पान, समय पर टीकाकरण, साफ-सफाई तथा स्वास्थ्य केंद्र मंे ही प्रसव कराने के लिए स्वास्थ्य कार्यकताओं को निर्देश दिए। उन्होने प्रसव कक्ष में सीपेज की समस्या को ठीक कराने तथा स्वास्थ्य केंद्र के पिछले हिस्से में फेंसिंग कराने सरपंच एवं एसडीओ ग्रामीण यांत्रिकी सेवा को निर्देश दिए। उन्होने ग्राम पंचायत भाड़ी के छुईहापारा में आंगनबाड़ी एवं प्राथमिक शाला का निरीक्षण कर बच्चों और शिक्षको की उपस्थिति की जांच की। उन्होने आंगनबाड़ी के बच्चों से हिन्दी वर्णमाला पढ़वाकर अक्षर ज्ञान की जांच की तथा संतोषप्रद पाए जाने पर बच्चों शाबासी भी दी। उन्होेने सरपंच बलदेव सिंह वाकरे को आंगनबाड़ी परिसर में किचन गार्डन तथा शाला परिसर का समतलीकरण करने को कहा।
कलेक्टर ने प्राथमिक शाला सेखवा का निरीक्षण कर बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति पंजी का अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थिति पंजी में दर्ज बच्चों की संख्या के आधार पर बच्चों की उपस्थिति पता किया तथा अनुपस्थित बच्चों की नियमित उपस्थिति के लिए प्रधान पाठक को निर्देश दिए। उन्होंने शाला बाउंड्री के किनारे वृक्षारोपण कराने के भी निर्देश दिए।