कलेक्टर ने रिमझिम फुहारों के बीच ग्रामीणों से की चर्चा, शासकीय योजनाओं के सुचारु संचालन से स्थानीय लोग खुश
सुकमा। मुलागुड़ा में रिमझिम फुहारों के बीच खड़े होकर कलेक्टर विनीत नंदनवार ने काफी देर तक ग्रामीणों से गांव में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में चर्चा की। गांव में शासन की योजनाओं के सुचारु संचालन से ग्रामीण काफी खुश नजर आए। मुलागुड़ा में गिरदावरी कार्य का अवलोकन करने पहुंचे कलेक्टर नंदनवार को अपने घर की बाड़ी में लगाए गए मक्का के फसल को दिखाने के लिए यहां के एक अन्य किसान करामी देवा ने आग्रह किया। देवा के आग्रह पर गांव पहुंचे कलेक्टर को देख ग्रामीण भी इकट्ठे होने लगे। कलेक्टर ने इन ग्रामीणों से यहां चल रहे विकास कार्यों के संबंध में जानकारी ली। पेंशन और राशन जैसी सुविधा आसानी से मिलने पर ग्रामीण खुश नजर आए। वहीं गांव के एक पढ़ेलिखे युवा आयता द्वारा समीप के गांव झापरा में कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से पेंशन हितग्राहियों और मनरेगा के मजदूरों को आसानी से रुपए का भुगतान प्राप्त होने की जानकारी दी। ग्रामीणों द्वारा खेतों की सुरक्षा के लिए तार फेंसिंग की मांग किए जाने पर कलेक्टर ने 50 फीसदी अनुदान पर तार फेंसिंग किए जाने की बात कही। इसके साथ ही कलेक्टर ने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के संबंध में भी जानकारी देते हुए बताया कि इस योजना के तहत शासकीय भूमि पर सामूहिक रुप से या स्वयं की निजी भूमि पर फलदार वृक्षों की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इस योजना के तहत इच्छुक हितग्राहियों को फेंसिंग एवं सिंचाई का साधन के साथ पौधे भी शासन द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस योजना के तहत प्रति एकड़ दस हजार रुपए की आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। उन्होंने ऐसी रोजगारमूलक योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील ग्रामीणों से की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शासन द्वारा आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए देवगुड़ियों का विकास किया जा रहा है। इसके तहत मंदिर निर्माण के साथ-साथ चारदीवारी निर्माण एवं वृक्षारोपण का कार्य भी किया जा रहा है।