कलेक्टर बिफरे: कार्यों में औसत प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की
अंबिकापुर। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने मंगलवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन अंतर्गत नल-जल कार्यों में औसत प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए मैदानी स्तर पर तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने मिशन अंतर्गत अब तक किये गए कार्यों और भुगतान की जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा है।
कलेक्टर ने कहा कि घर-घर नल-जल पहुंचाने की शासन की महत्वपूर्ण योजना है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही व अनियमितता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जहां भी नल लग रहे हैं उन सब में रनिंग वाटर हमेशा होना चाहिए। बिना नल में पानी आये बिना कोई भी एसडीओ व सब इंजीनियर यदि इसका सत्यापन करता है तो उस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने ग्राम पंचायतों के माध्यम से कराए गए कार्य की भी रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निराशाजनक प्रगति पर विभाग के अधिकारियों को आत्ममंथन व बहुत काम करने की जरूरत है। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन अंतर्गत संवेदनशील कार्यों के लिए संविदा या अस्थायी कर्मचारियों को जिम्मेदारी न देने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सबसे पहले दुर्गम व सुदूर क्षेत्रों का डीपीआर बनाये। इन क्षेत्रों में स्थित बसाहटों में पहले पानी आना चाहिए। जो ठेकेदार काम नहीं कर रहे उसकी टेंडर निरस्त कर नया टेंडर लगाएं। सभी आंगनबाड़ी, स्कूल, आश्रम, छात्रावास, पीएचसी व सीएचसी में रनिंग वाटर की सुविधा होनी चाहिए। उन्होंने सभी विकासखंडों में ग्राम संख्या व समय-सीमा तय करते हुए तय समय पर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि मिशन अंतर्गत जिले के 571 गांव में नल-जल की व्यवस्था की जानी है। अब तक करीब 3 करोड़ रुपये का भुगतान ठेकेदारों को कर दिया गया है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार लंगेह, अपर कलेक्टर श्री ए.एल. ध्रुव सहित पी.एच.ई. व अन्य विभाग के जिला अधिकारी उपस्थित थे।