राज्यपाल अनुसुईया उइके से राजभवन में छत्तीसगढ़ एजुकेशनल कोचिंग एसोसिएशन के प्रतिनिधिमण्डल ने मुलाकात कर अपनी समस्या बताई। राज्यपाल ने कहा कि आपकी समस्या जायज है। इस समय कोरोना काल सभी के लिए संकट का समय है। उन्होंने ने इस संबंध में उसी समय स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से दूरभाष पर चर्चा की और कहा कि कोचिंग सेंटर के बंद होने से वहां पढ़ाने वाले शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं, साथ ही विद्यार्थियों को भी परेशानी हो रही है। अतः इन सबके मद्देनजर केन्द्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों और कोरोना संक्रमण से बचने के मापदण्ड का पालन करते हुए इनकी समस्या का समाधान करना चाहिए। यदि आवश्यक हो तो शासन पालकों, और कोचिंग संचालकों की बैठक कर चर्चा करे और ऐसा रास्ता निकालें कि सभी की समस्याओं का समाधान हो।
राज्यपाल को एसोसिएशन के सचिव भरत भम्भवानी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण सारे कोचिंग सेंटर लंबे समय से बंद है, बड़े कोचिंग संस्थानों को छोड़कर मध्यम कोचिंग संस्थान है जहां मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चे कोचिंग प्राप्त करते हैं, वहां शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की आजीविका निर्भर करती है। कोचिंग संस्थान बंद होने से आय का साधन बंद होने से उनके सामने रोजी रोटी की समस्या खड़ी हो गई है। इससे हास्टल एवं इससे जुड़े अन्य संस्थान भी प्रभावित हो रहे हैं। होटल, रेस्टोरेंट जैसे अन्य संस्थानों को खोलने की अनुमति दी गई है, इसी तरह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क इत्यादि का प्रयोग करते हुए कोचिंग संस्थान खोलने की अनुमति दी गई तो वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों एवं ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी लाभ होगा। इस अवसर पर अभिषेक राय एवं एसोसिएशन के अन्य प्रतिनिधि उपस्थित थे।