इस कंपनी के CMD और डायरेक्टर गिरफ्तार, छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में 35 से अधिक दर्ज हैं केस
रायगढ़। एसएसपी सदानंद कुमार के कुशल नेतृत्व एवं एडिशनल एसपी संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर पुलिस को चिटफंड मामले में अब तक की बड़ी सफलता हाथ लगी है । सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा चिटफंड कंपनी कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीएमडी शाहजहां खान और उसके भाई कंपनी के डायरेक्टर शमशुल आलम खान को गिरफ्तार कर आरोपियों से करीब ₹60 लाख से अधिक की संपत्ति बरामद कर जप्त किया गया है ।
प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा चिटफंड कंपनियों में अपनी गाढ़ी कमाई डूबो चुके निवेशकों के रकम लौटने की दिशा में सभी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को चिटफंड कंपनियों के फरार आरोपियों की गिरफ्तारी तथा कंपनी के चल अचल संपत्ति को चिन्हांकित किए जाने के निर्देशों दिये गये । निर्देशों का सख्ती से पालन कराने के क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायगढ़ श्री सदानंद कुमार द्वारा जिले में लंबित चिटफंड मामले में फरार आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी एवं मामलों में कंपनियों की संपत्ति चिन्हांकित करने की रणनीति तैयार कर अपने पर्यवेक्षण में कार्यवाही कराने एडिशनल एसपी संजय महादेवा को निर्देशित कर प्रकरण के फरार आरोपियों की पतासाजी गिरफ्तारी हेतु सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय को निर्देशित किया गया जिसमें सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को चिटफंड कंपनी कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीएमडी शाहजहां खान और कंपनी डायरेक्टर शमसूल आलम खान को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है ।
गिरफ्तार आरोपी-
(1) शाहजहां खान पिता स्वर्गीय मकसेद अली खान उम्र 47 वर्ष
(2) शमसूल आलम खान पिता मकसेद अली खान उम्र 38 वर्ष दोनों निवासी जगदेवपुर पोस्ट पी.के. नगर हरिनडागा 24 परगना दक्षिण डायमंड हार्बर (पश्चिम बंगाल) वर्तमान पता साउथ सिटी रेजिडेंशियल कंपलेक्स कोलकाता 68
क्या था मामला :-
01 दिसंबर 2018 को थाना कोतवाली में आवेदक तेजराम बेहरा पिता अर्जून बेहरा निवासी ग्राम कुर्कुदा थाना चक्रधरनगर तहसील व जिला रायगढ द्वारा कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी द्वारा 5 लाख रूपये 3 साल में दुगना हो जाने का झांसा देकर रकम निवेश कराकर कंपनी अपनी रायगढ़ स्थित शाखा बंद कर सभी व्यक्ति के फरार होने के संबंध में शिकायत किया गया, शिकायत पत्र में पीड़ित, गवाहों का कथन लेखबद्ध कर आवश्यक दस्तावेज जुटाये गये जिसमें पाया गया कि - कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड ROC कोलकाता से रजिस्टर्ड है । कंपनी मेमोरेंडम ऑफ आर्टिकल मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन के विपरीत एनबीएफसी कंपनी की आड़ में निवेशकों से रुपए पैसा अपनी कंपनी में निवेश कराकर विभिन्न स्कीम के तहत कम समय में ज्यादा लाभ कमाने का प्रलोभन देकर रुपयों का लेनदेन सम व्यवहार करने का आरबीआई से कोई पंजीयन ना होने के बावजूद कंपनी चलाया जा रहा था और निवेशकों से रायगढ़ स्थित अपने कार्यालय कृष्णा कंपलेक्स में करोड़ों रुपए जमा कराए जिसके बाद कंपनी अपना कार्यालय बंद कर निवेशकों का पैसा वापस ना कर 2015 से फरार हो गई ।कंपनी के अलावा कंपनी के समस्त डायरेक्टर (1) सीएमडी शाहजहां खान (2) डायरेक्टरगण शमसूल आलम खान (3) रामकृष्ण मंडल (4) प्रवीण हलधर (5) रतन कुमार (6) अजय कुमार श्रीवास्तव (7) सलीम लश्कर (8) लुकमान अंसारी (9) चंदन चौधरी (10) शाहजमाल खान (11) कृष्णकांत गायन निवासी डायमंड हार्बर साउथ 24 परगना कोलकाता के कृत्य के विरुद्ध थाना कोतवाली में अप.क्र. 1542/2018 धारा 420, 120 (बी) भारतीय दंड विधान एवं धारा 4, 5 चिटफंड अधिनियम एवं 6, 10 छत्तीसगढ़ निवेशकों के संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत दंडनीय अपराध पाए जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस की रणनीति, आरोपियों की घेराबंदी - सीएसपी अभिनव उपाध्याय द्वारा कोतवाली के इस चिटफंड प्रकरण की डायरी समीक्षा कर इन्वेस्टिगेशन अफसरों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है, उन्होंने कंपनी के फरार डायरेक्टर्स के डिटेल निकाले । कोलकाता वेयर हाउस लिमिटेड के डायरेक्टरों की सूची की जानकारी कंपनी रजिस्ट्रार कार्यालय पश्चिम बंगाल से प्राप्त किया गया जो प्रकरण में आरोपीगण छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में कार्यालय खोलकर लोगों को रकम डबल करने का झांसा देकर रुपए जमा कराया करते थे इस कंपनी के डायरेक्टरों ने किसी भी ग्राहक को उनके बताए स्कीम के मुताबिक रकम का दुगना रकम वापस नहीं किया गया है और धोखाधड़ी कर कंपनी को बंद कर फरार हो गए कोतवाली पुलिस विवेचना फरार आरोपी की पतासाजी किया जा रहा था । श्री सदानंद कुमार द्वारा नगर पुलिस अधीक्षक श्री अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में कोतवाली, जूटमिल और साइबर सेल की टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी के लिए पश्चिम बंगाल रवाना किया गया । सीएसपी अभिनव उपाध्याय अपनी टीम के सहायक उप निरीक्षक इगेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक हम प्रकाश सोन, आरक्षक संदीप मिश्रा, उद्धव मांझी, बंशी रात्रे, शशिभूषण साहू, परमानंद पटेल के साथ लगातार 3-4 दिन साउथ सिटी रेजिडेंशियल और 24 दक्षिण परगना, डायमंड हार्बर में अपनी टीम के साथ आरोपियों की पतासाजी किया जा रहा था , जानकारी मिली कि कंपनी का सीएमडी शाहजहां खान धोखाधड़ी से बेनाम संपत्ति और रुतबा बना चुका था। एकाएक शाहजहां खान के गिरेबान पर हाथ डालने से पहले सीएसपी रायगढ़ कानूनन पूरी तैयारी कर 24 दक्षिण परगना कोलकत्ता आईपीएस विदिशा कलिता मैम से साम्जस्य बिठाकर जादवपुर पुलिस से सहयोग लेकर उचित पर सुनियोजित तरीके से आरोपियों के 29 मंजिला फ्लैट पर दबिश देकर साउथ सिटी रेजिडेंशियल कोलकाता में आरोपियों के घर की घेराबंदी कर दोनों आरोपी शाहजहां खान और शमसूल आलम खान को हिरासत में लेकर रायगढ़ लाया और समय रहते दोनों आरोपियों को कल सीजीएम न्यायालय पेश कर 2 दिनों का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है।
आरोपियों का अपराधिक रिकॉर्ड और बेनामी संपत्ति की जानकारी - अब तक की जानकारी में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ एवं दुर्ग जिले तथा सिटी रेजिडेंशियल थाना (पश्चिम बंगाल) में करीब 35 से अधिक अपराध आरोपियों पर दर्ज होने की जानकारी मिली है । इन मामलों में गिरफ्तार होकर जमानत पर थे । सीबीआई और सेबी भी इनके संबंध में जानकारी जुटाया जा रहा है । रायगढ़ में चिटफंड कंपनी कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड के विरुद्ध अपराध की जानकारी पर कंपनी के विरूद्ध कलेक्टर रायगढ़ से प्राप्त 122 आवेदन सीमावर्ती जिला जांजगीर से 12 एवं कोरबा से 80 आवेदन अपराध डायरी में संलग्न किया गया है । रायगढ़ जिले में 122 निवेशकों के एक करोड़ 76 लाख 1 हजार 600 सौ रुपए निवेश के साथ तीन जिलों में कुल 314 निवेशकों के 7 करोड़ 54 लाख 5 हजार 200 रुपए का निवेश इस चिटफंड कंपनी में होने की जानकारी मिली है । इन रुपयों का निवेश आरोपी द्वारा परिवार के लोगों के लिए सोना खरीदने, पत्नी के नाम में खाते, विभिन्न आरडी, होटल, मिनरल वाटर, पीवीआर फैक्ट्री, शॉपिंग मॉल, फिश मार्केट, लैंड एग्रीकल्चर में निवेश कर मुनाफा कमाया बताया है ।
कोतवाली पुलिस ने आरोपी के कब्जे से सोने के जेवर 630 ग्राम, नगदी रकम 3 लाख रुपए, एक होंडा अकॉर्ड कार (कीमत करीब 15 लाख) नग राडो कंपनी का घड़ी (कीमत करीब 1 लाख रुपए), बैंक पास बुक, ATM कार्ड बरामद कर जप्त किया गया है । गिरफ्तार दोनों आरोपियों से उसके अन्य फरार कंपनी के डायरेक्टर्स के संबंध में जानकारी लेकर अन्य मामलें खंगाले जा रहे हैं, अन्य बेनामी संपत्ति की जानकारी एकत्र की जा रही है । सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में मामले में आरोपियों की पतासाजी एवं अनुसंधान में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक शनिप रात्रे, सहायक उप निरीक्षक इंगेश्वर यादव, आरक्षक संदीप मिश्रा, उद्धव मांझी, थाना कोतवाली प्रधान आरक्षक हेम प्रकाश सोन (थाना चक्रधरनगर), उप निरीक्षक कमल पटेल, आरक्षक बंशी लाल रात्रे, शशि भूषण साहू (थाना जूटमिल), प्रशांत पंडा, साविल चंद्रा (साइबर सेल), पमानंद पटेल (रक्षित केन्द्र), की अहम भूमिका रही है ।