सीएम भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने के अटकलों पर लगाया विराम
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल होने के अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ करते हुए कहा कि मैं इस दौड़ में शामिल नहीं हूं। उन्होने कहा कि अध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी ही सर्वमान्य नेता हैं। उनसे बेहतर कोई नहीं। इस दौरान उन्होंने दिल्ली सरकार के शिक्षा पर किए कामकाज पर सवाल भी उठाया। आज नई दिल्ली में हिंदुस्तान टाइम्स के एजुकेशन समिट में वर्चुअल रूप से शामिल होकर मुख्यमंत्री ने शिक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर अपनी बातें रखीं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षा को लेकर दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार प्रचार में करोड़ों रुपये खर्च करती है। लेकिन काँग्रेस शासन काल में बने इन्फ्रास्ट्रक्चर में अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हम परिणाम देते हैं, सिर्फ स्कूलों का रंग-रोगन नहीं कराते हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा छत्तीसगढ़ में दुर्गम क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचार किए हैं। 16 स्थानीय बोलियों व चार पड़ोसी राज्यों की भाषाओं में बच्चों को स्कूली शिक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित, दूरस्थ क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना एक चुनौती थी, इसलिए हमने पूरे राज्य में 247 स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की शुरुआत की।
बघेल ने कहा कि भारत और विदेशों में बेहतर उच्च शिक्षा और रोजगार के अवसरों के लिए अंग्रेजी भाषा में दक्षता महत्वपूर्ण है। इसलिए हमने स्कूलों के बाद अगले सत्र से उच्च शिक्षा के लिए अंग्रेजी माध्यम के कॉलेज खोलने की योजना भी बनाई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्कूली पाठ्यक्रम में राष्ट्रवाद को शामिल करने के सवाल पर कहा कि राष्ट्रवाद का अर्थ हर व्यक्ति के लिए अलग होता है। स्कूली शिक्षा में राष्ट्रवाद को शामिल कर राजनीतिक दलों को अपना एजेंडा तय नहीं करना चाहिए। राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर अपनी बात रखते हुये बघेल ने कहा शिक्षा नीति छात्र-छात्राओं के हित में होनी चाहिए, जो युवाओं में आत्मविश्वास के साथ ही रोजगारपरक भी हो।