रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ग्राम तामासिवनी स्थित भेंट-मुलाकात स्थल पर पहुंचे है। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्जवलन, माल्यार्पण एवं छत्तीसगढ़ के राज्यगीत "अरपा पैरी के धार" के साथ भेंट-मुलाकात कार्यक्रम की शुरुआत की। यहां जनप्रतिनिधियों ने पारंपरिक खुमरी पहनाकर एवं कृषक हल भेंटकर मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। भेंट-मुलाकात को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि तामसिवनी को बहुत समय से जान रहा हूं। आज 43 साल बाद मैं अपने मित्र से भेंट कर रहा हूं, जो मेरे रूम पाटनर भी थे, आज वो गरियाबंद में प्रिंसिपल पद पर हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने उन्हें अपने पास बुलवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य शासन की योजनाओं का जमीनीस्तर पर क्रियान्वयन जानने के लिए मैं यहां पर आया हूं।
इससे पहले वे चंपारण पहुंचकर आज महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य और चम्पेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और खुशहाली की प्रार्थना की। इस अवसर पर उन्होंने वन गमन परिपथ योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड द्वारा क्रियान्वित श्री राम वाटिका एवं अधोसंरचना विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि राम वन गमन पथ को उत्कृष्ट बनाया जा रहा है। चंपारण को भी राम वन गमन पथ में जोड़ा गया है। उन्होंने भूमिपूजन के पश्चात क्षेत्रवासियों को बधाई भी दी।