रायपुर। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज बालोद जिले के ग्राम जुंगेरा में छत्तीसगढ़ सर्व लोहार विश्वकर्मा समाज द्वारा आयोजित विश्वकर्मा जयंती एवं लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर दस लाख रूपए की लागत से विश्वकर्मा लोहार समाज के नवनिर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान ग्राम रानीतराई में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए पन्द्रह लाख रूपए और ग्राम जुंगेरा में पानी टंकी निर्माण की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलेवासियों को विश्वकर्मा जयंती की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने सबसे पहले किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने ऋण माफ किया, चार सौ यूनिट तक बिजली बिल हाफ किया। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत वर्ष 2020-21 में जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया था यदि वहां धान के बदले कोदो, कुटकी, रागी, गन्ना, अरहर, मक्का, सोयाबीन सहित खरीफ की कृषि एवं उद्यानिकी फसलें, केला, पपीता लगाते हैं, तो उन्हें प्रति एकड़ दस हजार रूपए आदान सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले सात प्रकार के लघु वनोपज की खरीदी समर्थन मूल्य पर की जाती थी, लेकिन अब 52 प्रकार के लघु वनोपजों की खरीदी की जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर योजना सहित शासन की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के स्तर में सुधार करने प्रदेश के प्रत्येक विकासखण्ड में स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोला गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य की दिशा में लगातार काम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत अब तक प्रदेश में 100 करोड़ रूपए से अधिक की गोबर खरीदी हुई है। वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर रहीं 60 हजार से अधिक महिलाओं को रोजगार और आय का जरिया मिला है। नगरीय प्रशासन एवं श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में समाज के सभी वर्गों के विकास के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है, जिसका लाभ उन्हें मिल रहा है। संसदीय सचिव व गुण्डरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद, विधायक मोहन मरकाम और संजारी-बालोद विधायक संगीता सिन्हा ने भी कार्यक्रम को संबोधित कर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम की समाप्ति पर छत्तीसगढ़ सर्व लोहार विश्वकर्मा समाज द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।