शिमला में चुनावी रणनीति पर चर्चा कर रहे सीएम भूपेश बघेल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता है मौजूद
हिमाचल प्रदेश। शिमला में हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, प्रभारी राजीव शुक्ला वहां के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ चुनावों की रणनीति को लेकर चर्चा कर रहे है. सीएम ने ट्वीट कर बताया कि पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने के लिए संघर्षरत कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल आज शिमला में मिलने पहुंचा। मैंने कांग्रेस पार्टी की ओर से आश्वासन दिया है कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तरह हिमाचल में भी सरकार बनते ही पुरानी पेंशन स्कीम लागू करेंगे।
आज मैंने डॉ राज बहादुर जी से फ़ोन पर बात की। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री का उनके साथ अपमानजनक व्यवहार निंदनीय है। डॉ राज बहादुर एक प्रतिष्ठित सर्जन हैं और हम उनकी लड़ाई में उनके साथ हैं। समाज के हर वर्ग को चिकित्सकों का सम्मान करना चाहिए। हिमाचल के लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश: शिमला में हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए नियुक्त पर्यवेक्षक @bhupeshbaghel @SachinPilot @Partap_Sbajwa हिमाचल प्रभारी @ShuklaRajiv की @INCHimachal के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ चुनावों की रणनीति को लेकर चर्चा करते हुए। pic.twitter.com/j50VaQNnp5
— INC TV (@INC_Television) August 8, 2022
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री बघेल ने स्थानीय मुद्दों को चुनाव अभियान का हिस्सा बनाने का निर्देश दिया। भाजपा सरकार में हुए भ्रष्टाचार, विधायकों की सक्रियता को लेकर घेरने का फार्मूला निकला गया है। हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस नेता विधानसभा में पदयात्रा करके जनता तक पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही इंटरनेट मीडिया को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की सीख दी गई। युवाओं और महिलाओं की टिकट में भागीदारी बढ़ाने पर भी विचार किया गया।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल सरकार से बाहर रहने के बाद पार्टी ने बूथ को मजबूत किया। इसका परिणाम यह रहा कि राज्य गठन के बाद सबसे बड़ी जीत मिली। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 68 विधायक चुने गए थे। बाद में हुए चार उपचुनाव में कांग्रेस की जीत हुई, जिसके बाद विधायकों का आंकड़ा 71 पहुंच गया। कांग्रेस विधायक रहे दीपक बैज सांसद चुने गए, जिसके बाद चित्रकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई थी।