लिपिकों ने भी हड़ताल करने की चेतावनी दी, कर रहे वेतन बढ़ाने की मांग
बालोद। नया बस स्टैंड परिसर में मंगलवार को लिपिकों ने एक दिवसीय धरना दिया. लिपिकों ने छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय कर्मचारियों के वेतनमान में सुधार करते हुए पदनाम को भी सुधारने की मांग की है. हड़ताल में शिक्षा, जिला पंचायत, तहसील कार्यालय सहित सभी विभाग शामिल हैं. लिपिकों का कहना है कि अन्य कर्मचारियों के मुकाबले उनका वेतन काफी कम है. साथ ही भर्ती के आधार पर भी काफी सारी वेतन विसंगतियां हैं, जिनके निराकरण करने की मांग पिछले 4 दशक से हो रही है.
अपनी मांगों को लेकर लिपिकों ने मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम का ज्ञापन तहसीलदार बालोद को सौपा. छत्तीसगढ़ लिपिक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार घोड़ेसवार ने बताया कि, "एकदिवसीय हड़ताल के बाद लिपिकों की मांग पूरी नहीं होने पर प्रांतीय आह्वान पर हम लिपिक साथी 4 सितंबर 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए विवश होंगे." छत्तीसगढ़ लिपिक फेडरेशन की सचिव रजनी वैष्णव ने कहा कि, "हम लंबे समय से समान वेतन और वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहे हैं. अब तक केवल आश्वासन ही मिला. अब हम सभी लिपिक कुछ कठोर करने की तैयारी में हैं. यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो हम अपने कार्यालयों में ताला लगा देंगे."