शराब पीने का विरोध करने पर सिविल लाइन के आरक्षक को शराबियों ने पीटा, अपराध दर्ज
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिलासपुर। सिविल लाइन के शिवम विहार शिक्षक कालोनी में रहने वाले हवलदार को घर के सामने शराब पीने का विरोध करना महंगा पड़ गया। शराब के नशे में युवकों ने हवलदार की पिटाई कर दी। साथ ही उनके बेटे पर भी हमला कर दिया। युवकों ने घर की महिलाओं से भी दुर्व्यवहार किया। प्रधान आरक्षक ने इसकी जानकारी अपने विभाग में दी। इसके बाद भी पुलिस घंटे भर तक मौके पर नहीं पहुंची। बाद में पुलिस ने घायल प्रधान आरक्षक का जिला अस्पताल में मुलाहिजा कराया है। तोरवा थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक सिविल लाइन क्षेत्र के शिवम विहार शिक्षक कालोनी में रहते हैं। मंगलवार की शाम कुछ लोग गणेश विसर्जन के लिए पास के तालाब में आए थे। वहीं, कुछ लोग उनके घर के सामने शराब पी रहे थे। इस दौरान युवक आपस में गाली-गलौज भी कर रहे थे।
प्रधान आरक्षक ने युवकों को घर के सामने शराब पीने से मना किया। इसी बात को लेकर युवक प्रधान आरक्षक से उलझ पड़े। इसके बाद युवकों ने फोन कर अपने साथियों को बुला लिया। इसके बाद पहुंचे 20-25 युवकों ने प्रधान आरक्षक की पिटाई शुरू कर दी। बीच-बचाव करने पर युवकों ने प्रधान आरक्षक के नाबालिग बेटे की भी पिटाई की। साथ ही उनके घर की महिलाओं से भी दुर्व्यवहार किया। प्रधान आरक्षक ने घटना की जानकारी सिविल लाइन पुलिस को भी दी। इसके बावजूद एक घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। युवकों के भागने के बाद पहुंची पुलिस ने घायल हवलदार को अस्पताल पहुंचाया है।
मारपीट के बाद पहुंची पुलिस ने हमलावरों को खोजने का प्रयास नहीं किया। पुलिस ने आसपास के लोगों और मोहल्ले वालों से पूछताछ भी नहीं की। अपने विभाग के कर्मचारी की पिटाई और परिवार वालों पर हमले के बाद भी पुलिस की उदासीनता मोहल्ले में चर्चा का विषय रही। हवलदार ने मारपीट की शिकायत सिविल लाइन थाने में की थी। इसके बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। इसके बाद आहत हवलदार ने मोहल्ले में रहने वाले लोगों से मदद मांगी। इस पर मोहल्ले के एक युवक ने सीएसपी को फोन लगाया। अधिकारियों को इसकी जानकारी देने के बाद पुलिस किसी तरह मौके पर पहुंची।