छत्तीसगढ़

मरवाही के बाद सियासी हालात पर आज मंथन...समन्वय समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ प्रभारी पुनिया-यादव होंगे शामिल

Admin2
28 Nov 2020 5:59 AM GMT
मरवाही के बाद सियासी हालात पर आज मंथन...समन्वय समिति की बैठक में छत्तीसगढ़ प्रभारी पुनिया-यादव होंगे शामिल
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रायपुर (जसेरि)। छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन के भीतर बेहतर तालमेल के साथ सत्ता और संगठन में समन्वय शनिवार को होने वाली कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक का प्रमुख एजेंडा होंगे। मरवाही में जीत के बाद प्रदेश की राजनैतिक परिस्थितियों पर भी कांग्रेस के फ्रंट लाइन नेता इसी बैठक में मंथन करने जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित होने वाली इस बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और प्रभारी सचिव डा.चंदन यादव आज शाम रायपुर आएंगे। वे शाम छह बजे बैठक में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि पार्टी इस वक्त सत्ता और संगठन के बेहतर तालमेल पर इसलिए भी फोकस करना चाहती है क्योंकि मरवाही चुनाव में इसी वजह से नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आए हैं। पार्टी के शीर्ष नेताओं की नजर इस बात पर भी है कि संगठन में हर स्तर पर सहमति से काम हो ताकि इसके सकारात्मक परिणाम मिले। पुनिया और सभी प्रमुख नेताओं की मौजूदगी में तालमेल और आपसी सहमति को मजबूत करने के लिए किसी सिस्टम पर भी बात हो सकती है। सूत्रों के अनुसार समन्वय समिति की बैठक में आने वाली चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए नई रणनीति पर भी विचार-विमर्श संभव है।

चार दर्जन से अधिक निगम-मंडल और आयोग में होगी नियुक्ति : कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में निगम-मंडल और प्राधिकरण में अध्यक्षों और सदस्यों की सूची फाइनल हो सकती है। कांग्रेस नेताओं द्वारा समन्वय समिति में संगठन और सत्ता के कामों के बीच समन्वय पर चर्चा की जाएगी। निगम-मंडलों की दो सूची तो पहले जारी हो चुकी है, लेकिन जिस बड़ी सूची पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की निगाहें टिकी है, उसमें लगभग 50 निगम-मंडलों में दो सौ से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की नियुक्ति हो सकती है।

समन्वय समिति की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, सह प्रभारी चंदन यादव, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ विधायक शामिल होंगे जिसमें नियुक्तियों पर मुहर लग सकता है। कांग्रेस इस साल के आखिर तक कोशिश करेगी कि निगम-मंडल में नियुक्तियां हो जाएं। सूची में शामिल नामों की बैठक में छंटनी की जाएगी। बैठक में निगम-मंडल के अलावा संगठन में बचे पदों पर नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा की जाएगी। वरिष्ठों के साथ नए चेहरों को भी मौका मिलेगा। मरवाही उपचुनाव के बाद हो रही इन नियुक्तियों में वहां पर भेजे गए कांग्रेस पदाधिकारियों को भी मौका मिल सकता है। उपचुनाव के दौरान बनाए गए सेक्टर प्रभारियों की मेहनत से कांग्रेस को यहां रिकार्ड मत मिले। पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम ने हर सेक्टर में लगाए गए विधायकों और पदाधिकारियों के कामकाज को वहां रहकर देखा था।

संगठन में नियुक्ति को मिलेगी हरी झंडी

15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस की सरकार 17 दिसंबर को दो साल पूरे करने जा रही है, लेकिन अब तक राज्य सरकार के सभी निगम-मंडल और बोर्ड में नियुक्तियां नहीं हो पाई हैं। नियुक्ति नहीं मिलने पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी देखने को मिल रही है। जुलाई माह में एक दर्जन निगम-मंडल और बोर्ड में 32 नेताओं को अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्य की जिम्मेदारी दी गई। अभी भी करीब 50 निगम-मंडल, बोर्ड और प्राधिकरण में नियुक्तियां बाक़ी हैं। साथ ही इनसे बचे लोगों को संगठन में रिक्त पदों पर नियुक्त किया जाएगा। जिला संगठन और विधायकों से मिले नामों पर चर्चा समन्वय समिति की बैठक में जिला संगठन, मंत्री और विधायकों से प्राप्त नामों पर विचार करने के बाद उसकी छंटनी की जाएगी। बताया गया है कि बैठक में फाइनल किए जाने वाले नामों की पूरी पड़ताल करने के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। यह देखा जाएगा कि जिन्हें नियुक्ति दी जा रही है, उसका कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव, जिला-प्रदेश स्तर पर मिली जिम्मेदारी और संगठन द्वारा दिए कार्यक्रमों में सक्रियता पर चर्चा की जाएगी।

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