छत्तीसगढ़

बस्तर में कृमि से बचाव के लिये बच्चों को दी जाएगी एल्बेंडाजोल की गोली

Nilmani Pal
23 Aug 2022 10:15 AM GMT
बस्तर में कृमि से बचाव के लिये बच्चों को दी जाएगी एल्बेंडाजोल की गोली
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जगदलपुर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के तहत आयोजित होने वाले कार्यक्रम की सफलता को लेकर जिले में तैयारियां प्रारंभ हो चुकी है। 9 सितम्बर को कृमि मुक्ति दिवस और 14 सितम्बर को कृमि गोली से वंचित बच्चों के लिये मॉपअप दिवस मनाया जाएगा। इस वर्ष राज्य के 24 जिलों के 84.27 लाख बच्चों एवं किशोर/किशोरियों (1 से 19 वर्ष ) को कृमि से बचाव हेतु, एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

इस सम्बन्ध में सीएमएचओ डॉ. आर.के चतुर्वेदी ने बताया, "राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत जिले के 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से मुक्ति दिलाने के लिए एल्बेंडाजोल की गोली का सेवन कराया जाएगा। कृमि से बचाव हेतु 9 सितम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा तथा छूटे हुए बच्चों के लिये 14 सितम्बर को मॉप-अप दिवस के तहत कृमि से बचाव की गोली खिलाई जाएगी। सितम्बर माह में चलने वाले कार्यक्रम के लिये राज्य से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार बस्तर जिले के समस्त विकासखंड को दिशानिर्देश भी भेजे जा चुके है। इस वर्ष बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, एवं शासकीय विद्यालयों/ शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं / केंद्रीय विद्यालयों/ नवोदय विद्यालय/ मदरसों/ निजी स्कूलों/ अनुदान प्राप्त निजी स्कूलों/ महाविद्यालयों/ तकनीकी शिक्षा संस्थानों में कृमिनाशक दवा दी जाएगी। 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को आधी गोली (200 एमजी) चूर्ण बनाकर पानी के साथ, 2 से 3 वर्ष तक के बच्चों को 1 गोली पूरी तरह से चूर्ण बनाकर पानी के साथ तथा 4 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को एक पूरी गोली (400 एमजी) चबाकर के पानी के साथ सेवन कराया जाएगा। एल्बेंडाजोल की गोली बच्चों और बड़ों के लिए सुरक्षित है। दवा खाने के उपरांत यदि कोई प्रतिकूल प्रभाव हो तो प्रबंधन के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपचार की व्यवस्था भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा रहेगी। कृमि मुक्ति दिवस पर बीमार बच्चों या पहले से कोई अन्य दवाई ले रहे बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली नहीं दी जाएगी।"

आगे उन्होंने बताया, " भारत सरकार के निर्देशानुसार साल में 2 बार कृमिमुक्ति कार्यक्रम मनाया जाता है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग व महिला एवं बाल विकास विभाग की भागीदारी होती है। कार्यक्रम के दौरान कोविड 19 से संबंधित जारी दिशा निर्देशों का पालन किया जाएगा । जिन घरों में कोविड 19 के सक्रिय केस होंगे वहां सामान्य स्थिति होने के उपरांत दवा दी जाएगी। एलबेंडाजोल की गोली खिलाने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क ,सैनिटाइजर का प्रयोग किया जाएगा।"

कृमिमुक्ति कार्यक्रम के नोडल अधिकारी सी.आर.मैत्री ने बताया, "कृमि संक्रमण चक्र की रोकथाम के लिए यह गोली बच्चों को देना आवश्यक है। कृमि बच्चों के स्वास्थ्य शिक्षा और संपूर्ण विकास को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकते हैं। कृमिनाशक की गोली से बच्चों के संपूर्ण शारीरिक मानसिक विकास में मदद मिलती है। इसलिए कृमि नाशक गोली खिलाना आवश्यक है।


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