वैज्ञानिक की तरह बच्चों ने बनाया मॉडल्स, टीचरों ने की जमकर तारीफ
बिलासपुर। बिलासपुर में स्कूली बच्चों के लिए वैदिक गणित और विज्ञान मेले का आयोजन किया गया। छात्र-छात्राओं ने चंद्रयान मिशन-3 के साथ ही बालासोर रेल हादसे को लेकर आकर्षक और एक्टिव मॉडल बनाकर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। तिलक नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित वैदिक गणित और विज्ञान मॉडल प्रतियोगिताएं में शिशु, बाल, किशोर और तरुण वर्ग के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इनके मॉडल्स को देखकर ऐसा लगा कि इन्हें सही मार्गदर्शन मिला तो यह भविष्य में बेहतर वैज्ञानिक बन सकते हैं।।
छात्र-छात्राओं ने कुछ समय पहले ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी समेत तीन ट्रेनों के टक्कर को मॉडल में बखूबी दिखाए। इसमें रेलवे की ओर से भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या उपाय किए जा रहे हैं। इस पर भी बच्चों ने सुरक्षा संबंधी सेंसर प्रणाली और चलती हुई ट्रेन को हादसे की आशंका पर रोकने के तकनीक को बेहतर तरीके से प्रदर्शित किया गया।
स्कूल में आयोजित इस प्रतियोगिता में बच्चों ने चंद्रयान मिशन 3, हाइड्रो पावर प्लांट, वर्षा जल संरक्षण, सुरक्षित यातायात जैसे महत्वपूर्ण तत्कालिक विषयों पर आधारित रोचक मॉडस बनाए। गणित में समभुज बहुभुज जैसी विभिन्न आकृतियों के गुणधर्म और विविध आकृतियों के क्षेत्रफल और आयतन पर आधारित ऐसे मॉडल बनाए गए थे, जिन्हें देखते ही साथ बच्चों को कम समय में अधिक से अधिक गणित का ज्ञान आसानी से दिया जा सकता है। विजेंद्र पांडेय ने मानव हृदय की क्रियाविधि और ग्रेविटी बैटरी के मॉडल ने लोगों को विशेष आकर्षित किया।