छत्तीसगढ़

घर में हो रहा था बाल-विवाह, चाइल्ड लाइन की टीम रुकवाया

Shantanu Roy
19 Feb 2022 5:59 PM GMT
घर में हो रहा था बाल-विवाह, चाइल्ड लाइन की टीम रुकवाया
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छत्तीसगढ़

रायगढ़। मध्य प्रदेश के एक व्यक्ति अपनी 16 साल की बेटी की शादी रायगढ़ के 23 साल के युवक से करा रहा था, इस दौरान इसकी जानकारी चाइल्ड लाईन को मिल गई। जिससे टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची और लडक़ी के माता-पिता से पूछताछ किया तो उसने उसका उम्र छुपाते रहे, लेकिन चाइल्ड लाइन द्वारा उसके स्कूल से दाखिल खारीज मंगाकर जांच किया तो पता चला कि बालिका नाबालिग है, जिससे सीडब्ल्यूसी ने लडक़ी और उसके माता-पिता को कार्यालय में लाकर पूछताछ कर रही है।

इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दोपहर में चाइल्ड लाइन के नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने सूचना दिया कि रायगढ़ के रामलीला मैदान स्थित दादू दयाल धर्मशाला में एक नाबालिग का विवाह आज होने वाला है। जिससे महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने हरकत में आते हुए तत्काल एक टीम बनाकर रवाना हो गए, लेकिन वहां जाने के बाद परिजनों का कहना था कि लडक़ी 16 साल की है, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं देने की स्थिति में विभाग ने अपने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दिया।
जिससे पुलिस बल मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू हुआ। जिससे बालिका के पिता ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के सिद्धी जिला का निवासी है और रायगढ़ के राजीव नगर निवासी राधिका जायसवाल के बेटा राजेश जायसवाल (23वर्ष) से उसकी आज ही शादी होने वाली है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने जब नाबालिग के बर्थ सर्टिफिकेट की मांग किया तो लडक़ी वालों का कहना था कि उसके पास कोई दस्तावेज नहीं है, एक आधार कार्ड ही है, जिससे आधार कार्ड के हिसाब से बालिका का उम्र १९ साल ४ माह हो रहा था, ऐसे में खबर पुष्ट होने के कारण विभागीय अधिकारियों ने उसके गृहग्राम के स्कूल से दाखिला खारीज मंगाया, जिसमे पुष्टि हुआ कि बालिका १६ साल १० माह की है, जिससे शादी को तत्काल रोकवाते हुए बालिका और उसके माता-पिता को चाइल्ड लाया गया है, जहां विभाग द्वारा काउंसिलिंग की जा रही है।
शुक्रवार को दोपहर जब चाइल्ड लाइन की टीम पहुंच कर बालिका का उम्र की जानकारी मांगी तो परिजनों द्वारा आधार कार्ड दिया गया, जिसे विभाग द्वारा खारिज करते हुए जन्म प्रमाण पत्र की मांग की गई, जिससे बालिका के पिता ने कहा कि वह गांव में रहता है, जिससे उसका जन्म प्रमाण पत्र नहीं है और न ही बालिका किसी स्कूल में पढ़ी है, ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने फोन कर मध्यप्रदेश के जिस गांव में ये रहते हैं वहां के स्कूल से दाखिल खारीज मंगाया गया, जिसकी जांच की गई तो पता चला कि उक्त बालिका १६ साल १० माह की है, जिससे तत्काल शादी को रोकवाते हुए बालिका और उसकी मां को चाइल्ड लाइन लाया गया है।
पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
शादी रोकवाने के लिए जब टीम पहुंची तो वहां कोई इनका सपोट करने वाला नहीं था, ऐसे में इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई, जिससे करीब आधा दर्जन पुलिस बल मौके पर पहुंची और मामले में पूछ-ताछ शुरू हुई, साथ ही शादी आज ही होने के कारण परिजन चाहते थे कि किसी भी तरह शादी हो जाए, लेकिन विभाग ने इनके मनसुबो पर पानी फेर दिया।
शादी रोकवाने पहुंचे थे अधिकारी
शुक्रवार को दोपहर जब बाल विवाह की जानकारी मिली तो जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना, परियोजना अधिकारी शहरी महिला बाल विकास अधिकारी मितेंद्र रंजन बेहरा, पर्वेक्षक चेतना पटेल, परिवेच्क्षा अधिकारी जितेंद्र खत्री तथा चाइल्ड लाईन की टीम के साथ कोतवाली पुलिस मौके पर मौजूद रही।
वर्जन
रामलीला मैदान स्थित दादू दयाल धर्मशाला में बाल विवाह की सूचना मिलने पर शादी को रोकवाया गया है, बालिका को फिलहाल चाइल्ड लाइन लाकर रखा गया है ।दीपक डनसेना, बाल सरंक्षण अधिकारीकिशोरी
Shantanu Roy

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