रायपुर। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने गत दिवस सभी जिलों की वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य के क्षेत्र में जिले में किये कार्यों के लिये कलेक्टर श्री भीम सिंह को सराहना की। उन्होंने कलेक्टर श्री सिंह से कहा कि आप के कार्य से दूसरों को प्रेरणा मिल रही है, इसके लिये आप बधाई के पात्र है। समीक्षा बैठक के दौरान जिलों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किये जाने पर चर्चा की जा रही थी। इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि रायगढ़ जिले में इस दिशा में पहले ही कार्य चालू कर दिया गया है। सीएसआर तथा डीएमएफ से करोड़ो रुपये खर्च कर अस्पतालों के उन्नयन व उपकरणों की खरीदी जैसा कार्य किया जा रहा है। अस्पतालों में एक्स-रे मशीन, ब्लड बैंक, लैब, एम्बुलेंस जैसी सुविधायें मुहैय्या करवायी जा रही है। कोविड के इलाज के लिए मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। कोविड वैक्सीनेशन का कार्य भी जिले में काफी तेजी से किया जा रहा है। इस पर मुख्य सचिव जैन ने उनके कार्य को अनुकरणीय बताया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश के सभी शासकीय अस्पतालों में स्वास्थ्य अधोसंरचना एवं सुविधाओं के विस्तार सहित राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में दिए गए निर्देशों के परिपालन में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा कलेक्टर कॉन्फ्रेस ली और विभिन्न विभागों द्वारा संचालित फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की मंशा अनुरूप राज्य में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल के माध्यम से जिस तरह शैक्षणिक इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया गया है, इसी तरह उन्होंने मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को उत्कृष्ट बनाने के निर्देश दिए है। मुख्य सचिव ने सभी जिला कलेक्टरों को अपने जिले में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदेशवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हों।
मुख्य सचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने गौठानों की भूमिका और उपयोगिता को देखते हुए यहां मिनी राइस मिल तथा कोदो-कुटकी के लिए हालर मिल जैसी संभावनाओं को मूर्त रूप देने के निर्देश दिए हैं। इसके दिशा में सभी कलेक्टर प्रयास कार्य करें।
मुख्य सचिव ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में कोविड-19 वैक्सीनेशन के कार्य को जिला प्रशासन ने व्यापकता के साथ अभियान चलाकर बेहतरीन रूप से किया है। इस गति को आगे भी बरकरार रखा जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप जिला कलेक्टरों को कोविड संक्रमण से बेसहारा और अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा व्यवस्था तथा छात्रवृत्ति के लिए पूरे संवेदनशीलता के साथ कार्य करने और महतारी दुलार योजना के माध्यम से सहायता उपलब्ध कराने को कहा। मुख्य सचिव ने कहा कि राज्य में धान के बदले अन्य फसल लेने हेतु किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाएं प्रारंभ की गई है। ऐसे किसानों को जिला प्रशासन और कृषि विभाग हर संभव मदद करें और उनकी कठिनाईयों को दूर करें। उन्होंने गौठानों के माध्यम से बनाए गए उपयोगी वर्मी कम्पोस्ट और सुपर कम्पोस्ट के उपयोग के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने को कहा।
मुख्य सचिव ने बरसात के कारण होने वाली जलजनित मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं उपचार, वर्षा की स्थिति एवं बाढ़-आपदा से बचाव एवं राहत उपायों की विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम, रोका-छेका अभियान, गांवों में चारागाह के लिए अतिक्रमित भूमि को रिक्त करवाने एवं उसमें उन्नत किस्म के चारे उगाने की कार्ययोजना की जानकारी ली। मुख्य सचिव ने गौठानों में चारागाह बनाने और इनमें अच्छी किस्म का चारा लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने आगामी एक जुलाई से प्रदेश भर में चलाए जाने वाले रोका-छेका अभियान को सफल बनाने के लिए ग्राम सभाओं का आयोजन कर लोगों का सहयोग लेने को कहा। उन्होंने इसके लिए गौठान प्रबंधन समिति बैठक आयोजित करने, गौठानों में पशु चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराने को कहा। धान खरीदी केन्द्र से धान उठाव की स्थिति की समीक्षा की गयी तथा शेष रह गए धान का उठाव शीघ्र करवाने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने लोक सेवा गारंटी योजना के तहत प्राप्त आवेदनों तथा नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन जैसे राजस्व प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने को कहा। उन्होंने राजस्व प्रकरणों को तीव्रता से निपटाने के लिए तहसील स्तर पर राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से सप्ताह में एक दिन कैंप करने को कहा। जिले से इस समीक्षा बैठक में कलेक्टर श्री भीम सिंह, नगर निगम आयुक्त जयवर्धन एस, सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केसरी, उप संचालक कृषि श्री एल.एम.भगत सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।