मुख्य सचिव श्री जैन ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि खरीदी केन्द्रों से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में धान का उठाव मिलिंग के लिए मिलरों के द्वारा किया जाए इसके लिए मिलरों को अधिक मात्रा में धान उठाव के कार्य आदेश जारी किए जाए। उन्होंने टोकन वितरण की सुचारू व्यवस्था को नियमित और निर्बाध रूप से संचालित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि धान खरीदी केन्द्रों में किसानों की सुविधा का विशेष रूप से ध्यान रखा जाए और छोटे किसानों के धान की खरीदी प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। श्री जैन ने नियमित रूप से धान खरीदी के लिए तैनात जोनल अधिकारियों की बैठक लेकर खरीदी प्रक्रिया में होने वाली कठिनाईयों का निराकरण करने के निर्देश दिए है। विदेशों से आए छत्तीसगढ़ के नागरिकों का टेªसिंग और होम आईसुलेशन की कार्यवाही पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा है कि विदेशों से आए यात्रियों के सात दिन की होम आईसुलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद आठवें दिन उनकी आर.टी.पी.सी.आर. जांच अनिवार्य रूप से की जानी है।
ज्ञात है कि धान खरीदी की प्रक्रिया के प्रगति की जानकारी के लिए अलग-अलग बिन्दुओं पर मुख्य सचिव अथवा अपर मुख्य सचिव द्वारा जिलों की प्रति सप्ताह समीक्षा की जाएगी। मंगलवार सात दिसम्बर को जांजगीर-चांपा-राजनांदगांव-महासमुंद-बलौदाबाजार-बेमेतरा-रायगढ़-बालोद-रायपुर और बिलासपुर जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया की समीक्षा की गई थी। आगामी दिनों में भी जिलों में चल रहे धान खरीदी के प्रगति की समीक्षा की जाएगी।