छत्तीसगढ़

कल काँवड़ यात्रा में शामिल होंगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

Nilmani Pal
4 Aug 2022 10:17 AM GMT
कल काँवड़ यात्रा में शामिल होंगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल
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रायपुर। पश्चिम विधायक कल 5 अगस्त को अपने विधानसभा क्षेत्र गुढ़ियारी से विशाल एवं भव्य काँवड़ यात्रा निकालने जा रहे हैं। जिसमें विशेष रूप से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सम्मिलित होंगे। विधायक ने कहा, कोरोना काल के चलते विगत् दो वर्षों से हजारों भक्तगण काँवड़ यात्रा में सम्मिलित होने से वंचित थे, इसलिए इस बार इस यात्रा को लेकर विशेष इंतजाम किए गए हैं, जिसमें 10 हजार से भी ज्यादा भक्तगण सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा कि काँवड़ यात्रा का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है, क्योंकि इसे शिव भक्ति का प्रतीक माना जाता है और ठीक इसके अनुरूप भक्तगणों में उत्साह देखी जा रही है।

विधायक बनने के पश्चात् पश्चिम विधानसभा से काँवड़ यात्रा की शुरूआत की थी, तब हजारों की संख्या में लोग इस यात्रा में सम्मिलित होकर पूरे क्षेत्र को शिवभक्ति में लीन कर दिया था। इसके पश्चात् दो वर्षों तक कोरोना काल के चलते यह यात्रा स्थगित रही। जिसकी शुरूआत इस वर्ष फिर से एक बार भव्य रूप में करने विधायक विकास उपाध्याय खुद इसकी तैयारी को लेकर मोर्चा संभाले हुए हैं। कल 05 अगस्त को इसकी शुरूआत गुढ़ियारी स्थित मारूति मंगलम भवन से सुबह 9ः00 बजे पूरे विधि-विधान के साथ आरंभ होगी, जो गुढ़ियारी पहाड़ी चौंक, शुक्रवारी बाजार, कलिंग नगर, सीएसईबी ग्राउंड होते हुए कर्मा चौंक, रामनगर, तेलघानी नाका ब्रिज, अग्रसेन चौंक, आमापारा, लाखेनगर चौंक होते हुए महादेव घाट पहुँचेगी। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सम्मिलित होंगे। इस आयोजन को लेकर विशेष इंतजाम किये गए हैं।

विधायक द्वारा आयोजित काँवड़ यात्रा को भव्य बनाने सप्ताह भर पूर्व से ही प्रचार-प्रसार कर क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक संख्या में सम्मिलित होने की अपील की जा रही है। काँवड़ यात्रा में सम्मिलित होने वाले भक्तजनों में महिला एवं पुरूषों को यात्रा के अनुरूप पोषाक धारण करने की सलाह दी जा रही है। काँवड़ यात्रा में सम्मिलित होने वाले पुरूष वर्ग के भक्तगण टी-शर्ट एवं शॉर्ट्स जैसी भगवा रंग की पोषाक में नजर आएंगे तो महिला वर्ग भगवा रंग की साड़ी में। इसके साथ ही जगह-जगह यात्रा में सम्मिलित भक्तगणों के लिए पानी, मिठाई, फल, चाय जैसी व्यवस्था का इंतजाम किया गया है। काँवड़ यात्रा में काँवड़ का विशेष महत्व होता है जो बाँस से बना होता है, जिसके विपरित छोर पर दो घड़े बंधे होते हैं, इन घड़ों में मान्यता अनुसार गंगाजल भरा होता है जो पैदल चलकर इस यात्रा की शुरूआत करते हैं। कई भक्त तो नंगे पाँव से ही इस यात्रा में सम्मिलित होते हैं, जिसके उदाहरण कल देखने को मिलेंगे।

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