छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवाद के मौके पर कहा - शाबास बच्चों, आपमे बड़ों से ज्यादा धैर्य, खूब पढ़ें, खूब बढ़ें

Admin2
2 Aug 2021 11:48 AM GMT
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संवाद के मौके पर कहा - शाबास बच्चों, आपमे बड़ों से ज्यादा धैर्य, खूब पढ़ें, खूब बढ़ें
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रायपुर। आज इंग्लिश मीडियम स्कूलों के भूमि पूजन-लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पाटन ब्लाक के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों के छात्र-छात्राओं से संवाद किया। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों को कहा कि आपको बेहतरीन गुणवत्ता की शिक्षा देना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए बेहतरीन साइंस लैब, लाइब्रेरी एवं अन्य गुणवत्तापूर्ण अधोसंरचना के साथ ही सबसे अच्छी पद्धति से शिक्षा हम उपलब्ध करा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बच्चों को कहा कि आप लोगों ने कोरोना काल में बड़ों से अधिक धैर्य का परिचय दिया है। कोरोना ने आप लोगों की आजादी छीन ली, आप लोग स्कूल से वंचित रहे और आप लोगों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करनी पड़ी लेकिन आप सभी ने धैर्य का परिचय दिया और अभी कोरोनावायरस का संक्रमण घट गया है इसलिए स्कूलों को आरंभ करने का निर्णय लिया गया है। आपकी सावधानी की वजह से यह जीत मिली है, इसलिए यह सावधानी बनाए रखनी है। आज स्कूल आरंभ हो रहे हैं और इसमें कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। आप सभी कोविड से सुरक्षा का पूरा ध्यान रखते हुए मन लगाकर पढ़ाई कीजिए, बेहतरीन शिक्षा आपके घर के पास उपलब्ध है। मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।

स्केच आर्टिस्ट बनना चाहता है निशांत-इस मौके पर मुख्यमंत्री से बच्चों से ने चर्चा भी की। पाटन स्कूल के निशांत ने बताया कि उसकी हॉबी ड्राइंग को लेकर है उसे स्केच आर्टिस्ट बनना है, वह अंग्रेजी का ज्ञान भी चाहता है। निशांत ने बताया कि अंग्रेजी पढ़कर वह इसके माध्यम से दुनिया में अंग्रेजी में उपलब्ध अनेक उपयोगी किताब पढ़ सकेगा। इसके लिए मुख्यमंत्री जी का मैं हार्दिक धन्यवाद देता हूं। शाइनी गजपाल सेलूद में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई कर रही है। शाइनी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उन बच्चों के लिए भी इंग्लिश इंग्लिश मीडियम की राह खोल दी जो आर्थिक कमी की वजह से अंग्रेजी शिक्षा का लाभ नहीं ले पा रहे थे। जामगांव आर से रामांशु साहू ने कहा कि मेरे गांव जामगांव आर में अंग्रेजी माध्यम से उच्च स्तरीय शिक्षा मिलना हम सबके लिए बड़ी उपलब्धि है। ऑनलाइन पढ़ाई के माध्यम से हमारे शिक्षक हमारा भविष्य संवारने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। मेरे घर के पास ही मेरे गांव में मुझे इतनी अच्छी शिक्षा मिल रही है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री का हार्दिक धन्यवाद करता हूं। आरोही वर्मा ने कहा कि मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं। डॉक्टरी की अधिकांश पढ़ाई और किताबंे तो अंग्रेजी में होती हैं। अंग्रेजी माध्यम से मुझे अंग्रेजी सीखने में मदद मिलेगी। पाटन पालक समिति के श्री धर्मेंद्र सिन्हा ने कहा कि शिक्षा को लेकर इतनी बढ़िया सोच अनुकरणीय है। बहुत अंदरूनी क्षेत्र के बच्चों को भी अब मुख्यमंत्री की इस पहल से अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का अवसर मिल सकेगा। यह इस बेहतरीन पहल की हम सराहना करते हैं।

शिक्षिकों ने भी दिया धन्यवाद-पाटन की शिक्षिका श्रीमती चंद्रिका उदय ने बताया कि बच्चों के लिए हिंदी के साथ ही अंग्रेजी जानने का यह बेहतरीन अवसर शासन द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। हम सब बच्चों को आगे बढ़ाने में उनका उज्जवल भविष्य करने में लगे हुए हैं। हमको इसका मौका देने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हैं। इस अवसर पर पाटन के नागरिक श्री कमलेश मिश्रा ने भी मुख्यमंत्री से चर्चा की तथा मुख्यमंत्री को इस पहल के लिए बधाई देते हुए कहा कि पाटन ही नहीं अपितु आसपास के सारे महत्वपूर्ण गांव में इंग्लिश मीडियम स्कूल आरंभ हो गए हैं इसके चलते अपने बच्चों को अंग्रेजी शिक्षा देने के इच्छुक अभिभावकों के लिए एक बड़ा अवसर मुख्यमंत्री ने खोल दिया है। पाटन की जनता की ओर से मैं मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य श्री हेमंत देवांगन ने कहा कि अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्रदान करने का यह प्रयोग अनूठा है इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के अभिभावकों को भी अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने का अवसर मिल पाया है। शासन की इस पहल की हम सराहना करते हैं। उल्लेखनीय है कि इस मौके पर पाटन ब्लॉक में अलग-अलग स्कूलों का लोकार्पण एवं भूमि पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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