रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय में गोधन न्याय योजना के तहत आयोजित राशि अंतरण के वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी संचालनालय द्वारा प्रकाशित पुस्तिका 'बागवानी के बिहान' का विमोचन किया। यह पुस्तिका छत्तीसगढ़ राज्य में उद्यानिकी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जनसामान्य को जागरूक एवं प्रोत्साहन करने के उद्देश्य से प्रकाशित की गयी है। इस पुस्तक में उद्यानिकी तकनीक के प्रयोग व फसलों के व्यावसायिक उत्पादन के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बागवानी के बिहान पुस्तिका के प्रकाशन के लिए उद्यानिकी विभाग को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य में किसानों की आय और उनके जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि परंपरागत कृषि को साधन और सुविधाओं से उन्नत बनाने के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों के उत्पादन को महत्व दिया जाना जरूरी है। कार्यक्रम में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंडि़या, मुख्यमंत्री के सलाहकार द्वय रूचिर गर्ग एवं प्रदीप शर्मा, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, कृषि विभाग के विशेष सचिव एवं गोधन न्याय योजना के नोडल अधिकारी डॉ. एस.भारतीदासन, उद्यानिकी एवं पशुचिकित्सा संचालक श्री माथेश्वरन वी. एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बागवानी के बिहान पुस्तिका में छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी फसलों का रकबा, उत्पादन एवं उत्पादकता के साथ-साथ 11 प्रमुख किस्मों के फल, 11 प्रमुख किस्मों की सब्जी, 4 प्रमुख किस्मों के पुष्प, 3 प्रमुख किस्मों के मसाले, 5 प्रमुख किस्मों के औषधि एवं सुगंधित फसलें तथा संरक्षित खेती की जानकारी का समावेश किया है। इसके अलावा इस पुस्तिका में छत्तीसगढ़ राज्य में फल, सब्जी एवं मसाले की खेती की संभावनाओं के साथ-साथ ऑयल पॉम तथा जैतून की खेती के बारे में भी जानकारी दी गई है।