रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज भिलाई 3 बाजार चौक में स्वर्गीय श्री चंदूलाल चंद्राकर जी के पुण्यतिथि कार्यक्रम के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। यहां आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण में स्वर्गीय श्री चंदूलाल चंद्राकर का अहम योगदान है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के लिए आंदोलन किए, बैठकें की और व्यापक जन जागृति का निर्माण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री चंद्राकर के पास छत्तीसगढ़ राज्य के विकास के लिए एक विशेष दृष्टि थी। वे यहां हॉर्टिकल्चर की संभावनाओं के संबंध में हमेशा बात करते थे। आज दुर्ग जिला जो छत्तीसगढ़ राज्य में सब्जी एवं फलों के उत्पादन में शीर्ष स्थान पर है उसके पीछे स्वर्गीय श्री चंदूलाल चंद्राकर जी की सोच का महत्वपूर्ण योगदान है। भिलाई के औद्योगिक विकास में भी उनकी अहम भूमिका रही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल पत्रकार के रूप में उन्होंने दुनिया का कोना-कोना देखा। जहां भी गए अपनी छत्तीसगढ़िया अस्मिता को साथ लेकर गए। विदेश यात्राओं में भी अपने साथ हमेशा ठेठरी, खुरमी साथ रखते। साथ ही दातुन ले जाना कभी नहीं भूलते। जहां भी गए अपने पिता का दिया हुआ लोहे का संदूक लेकर गए। वह देश के शीर्षस्थ पत्रकारों में शामिल थे, लेकिन कभी इसका अहंकार नहीं किया। गांधी जी के साथ बिरला हाउस के दिनों में उन्होंने काफी वक्त बिताया। देश सेवा में स्वर्गीय श्री चंदूलाल चंद्राकर का योगदान अहम है।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की कृषि संबंधी योजनाओं से किसान का खेती में भरोसा लौटा है। इस साल 92 लाख मीट्रिक धान की खरीदी हुई जो अब तक का रिकॉर्ड है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से किसानों को अतिरिक्त आय अर्जित हो रही है। पहले किसान धान बेचकर मोटरसाइकिल खरीदते थे अब किसान गोबर बेचकर भी मोटरसाइकिल खरीद रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री चन्द्राकर के बताए हुए रास्ते पर छत्तीसगढ़ विकास कर रहा है। उन्होंने जो कृषि संबंधी और उद्योग संबंधी विजन हमें दिया, उस मिशन को आगे लेकर हम चल रहे हैं। इस मौके पर पीएचई मंत्री श्री गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि स्वर्गीय श्री चंदूलाल चंद्राकर का छत्तीसगढ़ की राजनीति में अहम योगदान है। उनका छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण में अहम योगदान रहा। स्वर्गीय मिनी माता जी के साथ में उन्होंने छत्तीसगढ़ के विकास के लिए अतुलनीय योगदान दिया।