रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दो दिवसीय बीजापुर प्रवास के दौरान वहां के मिनी स्टेडियम स्थित आमसभा स्थल में शासन के विभिन्न विभागों द्वारा लगायी गई विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया और विभिन्न योजनाओं के तहत लाभान्वित हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग द्वारा संचालित योजना के तहत जारपल्ली के जय माँ दारोली स्व-सहायता समूह और कोतापाल के स्व-सहायता समूह को अनुदान सहायता पर ट्रैक्टर सहित अन्य कृषि उपकरण प्रदान किए। दोनों स्व-सहायता समूहों को 10-10 लाख रुपए के कृषि उपकरण मात्र दो-दो लाख रुपए के अंशदान पर प्रदान किए गए, जिसमें 45 एचपी का ट्रेक्टर, सीड ड्रील, स्प्रेयर, रीपर और थ्रेसर शामिल है। मुख्यमंत्री ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा धान की स्थानीय किस्मों की लगायी गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। धान के स्थानीय किस्मों के पंजीयन के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में मुख्यमंत्री को कृषि विज्ञान केन्द्र के अधिकारियों ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लगभग 260 किस्मों को पंजीयन के लिए भेज गया है। तीखुर प्रसंस्करण के संबंध में भी जानकारी दी गई। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आम, कटहल, पपीता, सीताफल, करौंदा अमरूद आदि प्रजातियों के एक लाख पौधे और सब्जी की अलग-अलग किस्मों के नर्सरी पौधे प्रदान किये गए है।
प्रदर्शनी में कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा तैयार मात्र ढाई हजार रुपए में तैयार अंडा सेने की मशीन भी प्रदर्शित की गई। अधिकारियों ने बताया गया कि अंडा सेने की मशीन लगभग एक लाख रुपए में आती है, किन्तु कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा मात्र ढाई हजार रुपए में यह तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कृषि विभाग के स्टॉल में तीन हितग्राहियों को मिनी राइस मिल की सौगात दी। आवापल्ली की स्व-सहायता समूह द्वारा तैयार वर्मी कम्पोस्ट का अवलोकन किया। उद्यानिकी विभाग के स्टॉल में पहुंचने पर मुख्यमंत्री को स्थानीय किसानों द्वारा राज्य पोषित पोषण बाड़ी योजना के तहत तैयार सब्जियां भेंट की गई। उद्यानिकी विभाग के उप संचालक ने मुख्यमंत्री को स्थानीय बाड़ियों में तैयार बरबट्टी, टमाटर, मिर्च, पालक धनिया आदि सब्जियां भेंट की। यहां किसानों को किसानों को डीजल और इलेक्ट्रिक पंप निःशुल्क प्रदान किया गया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महिला एवं बाल विकास विभाग के स्टॉल में सुपोषित बीजापुर कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। मुख्यमंत्री ने यहाँ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा रेडी टू इट से तैयार खाद्य सामग्रियों का अवलोकन किया और प्रशंसा की। वन विभाग की प्रदर्शनी में वनौषधियां, बांस से तैयार फर्नीचर आदि के प्रदर्शन के साथ ही महुए से बनी सेनेटाइजर का भी प्रदर्शन किया गया। मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित समारोह में दो एम्बुलेंसों की सौगात भी दी। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के तहत दिव्यांगों को सहायक उपकरण प्रदान किया गया।
बीजापुर के सुदूर क्षेत्र में बसे गांव पामगल पंचायत के कोत्तापल्ली की धनलक्ष्मी का हौसला और आत्मविश्वास अब देखते ही बनता है। सुदूर वनांचल में रहने वाली यह महिला अपने परिवार की आर्थिक समृद्धि के सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह कमर कस चुकी है। धनलक्ष्मी ने बताया कि उसके परिवार के पास मात्र दो एकड़ जमीन है। परिवार में ससुर, पति और दो बच्चे हैं। इन सभी का पालन-पोषण इतनी कम आमदनी में बहुत ही मुश्किल था। इसके साथ ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए बचत की भावना भी थी। इसी भावना के साथ वह स्व-सहायता समूह से जुड़ी। सौभाग्य से इसी स्व-सहायता समूह से जुड़ने के कारण अब वह ई-रिक्शा की मालकिन भी बन गई। धनलक्ष्मी ने बताया कि वह इस ई-रिक्शे को कोत्तापल्ली से मद्देड़ के बीच चलाएगी।