रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्राकृतिक खूबसूरती के बीच दंतेवाड़ा जिले के गामावाडा गांव की देवगुड़ी पहुंचे। उन्होंने देवगुड़ी परिसर के सौंदर्यीकरण एवं जीर्णाेंद्धार कार्याें का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने देवगुड़ी परिसर के अवलोकन के दौरान वहां देवगुड़ी के आसपास के पत्थरों पर परंपरागत रूप से की गई रंग-बिरंगे चित्रकारी की सराहना की। उन्होंने यहाँ पर आंगा देव की पूजा कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। उल्लेखनीय है कि बस्तर अंचल के ग्रामीणों की आस्था का बड़ा केंद्र देवगुडि़याँ हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने देवगुड़ी के अवलोकन के बाद समाज प्रमुखों देवगुड़ी के गायता, पुजारी व सेवकों के साथ सादगीपूर्वक जमीन में बैठकर भोजन किया। इस मौके पर गामावाड़ा के महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों ने जिला प्रशासन के द्वारा गांव की खुशहाली के सतरंगी सूत्र में एनीमिया मुक्त गांव, मलेरिया मुक्त गांव, सुपोषित गांव, गन्दगी मुक्त गांव, सांस्कृतिक धरोहर का संरक्षण, शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव, शत-प्रतिशत् शिक्षित पंचायत, हर गांव की देवगुडि़यों का कायाकल्प आदि विषयों पर नुक्कड़ नाटक के जरिए प्रस्तुति दी। देवगुड़ी गामावाड़ा के समीप उपस्थित ग्रामीणों से वनोपज संग्रहण, धान खरीदी सहित विभिन्न शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली और उन्हें अन्य योजनाओं का भी लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के साथ फोटो और सेल्फी भी ली। उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा जिले के 143 गाँव में 13 करोड़ 5 लाख की लागत से देवगुडि़यों का विकास किया जा रहा है।
गामावाडा देवगुडी परिसर में मुख्यमंत्री श्री बघेल और विशिष्ट अतिथियों ने सल्फी पौधे का रोपण किए। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, राजस्व व जिला प्रभारी मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, लोकसभा सांसद श्री दीपक बैज, बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंड़ावी, हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री चंदन कश्यप, संसदीय सचिव श्री रेखचन्द जैन,विधायक श्रीमती देवती कर्मा, विधायक चित्रकोट राजमन बेंजाम क्रेडा के अध्यक्ष श्री मिथलेश स्वर्णकार,कमिश्नर श्री जी.आर. चुरेन्द्र, आईजी श्री सुन्दरराज पी., कलेक्टर श्री दीपक सोनी, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।