मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अफसरों से स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति पूछी
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजनांदगांव स्थित रेस्ट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं। उनके साथ बैठक में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत उपस्थित है। मुख्यमंत्री ने जाति प्रमाण पत्र के बारे में पूछा- अधिकारी ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि 15 प्रतिशत लक्ष्य बचा है। इसे मिशन मोड में पूरा कर रहे हैं। एक केमिकल फैक्ट्री से हो रहे नुकसान की शिकायत कल सुकुलदैहान में आई। मुख्यमंत्री ने इस बारे में वस्तुस्थिति पूछी-मुख्यमंत्री ने कहा कि एग्रीमेंट देख लें और यह देखें कि धान फसल जब लगी हो ऐसा न करें। वायलेशन पर कार्रवाई के निर्देश।
शहरी स्वास्थ्य मिशन के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने एवरेज पूछा- अधिकारी ने बताया कि एवरेज फुट फॉल 88 है जो प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने नगरीय निकाय के बारे में जानकारी ली और कहा स्ट्रीट लाइट भी बढ़िया होनी चाहिए। सुधार की स्थिति की निरंतर मॉनिटरिंग करें। अधिकारियों से पूछा गया-विद्युत विभाग में एक प्रकरण आया जिसमें मुआवजा माँगा गया। दुर्घटना हुई और मुआवजा नहीं मिल पाया।
अधिकारी ने बताया कि उत्तराधिकार प्रमाण पत्र नहीं दिया गया था। अब न्यायालय के विचाराधीन है। सचिव ने कहा कि इस तरह के मामले जिसमें अपंगता हुई है। उसकी रिपोर्ट दीजिये। इस संबंध में समीक्षा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने बीएनसी मिल के सम्बन्ध में कहा कि कुछ एक्टिविटी शुरू कराएं। जूट मिल शुरू कर सकते हैं। अधिकारियों ने कहा कि नेशनल टेक्सटाइल कारपोरेशन की जमीन है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका बेहतर उपयोग हो। शीघ्र ही इसके लिए कार्ययोजना बनाएं। कारपोरेशन से भी चर्चा करें।
चिटफण्ड कंपनियों पर हुई कार्रवाई का स्टेटस भी उन्होंने पूछा- अधिकारी ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब तक 15 करोड़ रुपये निवेशकों को वितरित हो चुके हैं।6 करोड़ 92 लाख रुपये शीघ्र वितरित होंगे। डायरेक्टर्स पर क्या कार्रवाई हुई- मुख्यमंत्री ने पूछा। नामांतरण, बंटवारा जैसे राजस्व प्रकरणों की स्थिति के बारे में भी उन्होंने पूछा- मुख्यमंत्री ने कहा कि बिल्कुल पारदर्शिता होनी चाहिए। लोगों को अपने काम के लिए भटकना न पड़े। हमारे सबसे ज्यादा सरोकार इस बात से है कि लोग संतुष्ट हों। यह तब होगा जब इसकी मॉनिटरिंग बारीकी से होती रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भेंट-मुलाकात का यह लाभ होता है कि हम सीधे जनसमस्याओं से रूबरू हो पाते हैं और उन्हें ठीक करते हैं। इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें. मुख्यमंत्री ने स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति पूछी - कहा कि अभी कुछ ही महीने शेष हैं। पूरा जोर लगाएं। पेरेंट्स को भी शामिल करें ताकि सामूहिक रूप से बच्चों की बढ़िया पढ़ाई पर ध्यान दिया जा सके। मुख्यमंत्री ने पेंशन और छात्रवृत्ति के बारे में भी पूछा- कहा कि आप लोग अच्छा काम करें। जनहित सर्वोपरि है। मैं आता रहूंगा। पैरादान का कल शानदार काम हुआ। इसे बढ़ाते रहें।