छत्तीसगढ़

चाकूबाजों को भी बचा रहे छुटभैय्ये नेता और पत्रकार

Admin2
23 July 2021 5:31 AM GMT
चाकूबाजों को भी बचा रहे छुटभैय्ये नेता और पत्रकार
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पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का दबाव, कई मामलों में आरोपी गिरफ्त से बाहर

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में चाकूबाजी की वारदातें कम नहीं हो रहा है, 21 जून को तेलीबांधा इलाके के महावीरनगर अनमोल सुपर बाजार के पास 4 युवकों ने चाकूबाजी की वारदात को अंजाम दिया था। चारों आरोपियों ने उस रात एक युवक कौशल जुमनानी पर चाकू से हमला कर दिया। इस मामले में राजेंद्र नगर थाने में चारो आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज है। अक्सर ऐसे मामले में पुलिस पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए दबाव बनाया जाता है लेकिन ये तब होता है जब ऐसे मामलो में पीडि़त किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा हुआ होता है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि वारदात में उपयोग होने वाली कार को जब्त कर लिया गया है और इस मामले के मुख्य आरोपी को बचाने के लिए एक चर्चित वेबसाइट के पत्रकार ने पुलिस को फोन कर बचाने के लिए दबाव बनाया है।

ये था पूरा मामला

तेलीबांधा इलाके के महावीरनगर अनमोल सुपर बाजार के पास चाकूबाजी का मामला सामने आया है। चार आरोपित ने वारदात को अंजाम दिया है। जख्मी हालत में युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उपचार चल रहा है। कौशल जुमनानी को चार युवकों ने चाकू मारा है। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई थी। राजेंद्रनगर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जानकारी के मुताबिक आरोपित युवक सफेद रंग की सफारी में आदतन अपराधी सुमित माटा को मारने आये थे, परंतु धोखे से कौशल पर चाकू से हमला कर दिया। घायल युवक कौशल जुमनानी कारोबारी है व उसकी सतगुरु ट्रेडर्स के नाम से फर्म है।

रायपुर में बढ़ रही चाकूबाजी

राजधानी में आए दिन चाकू चल रहे है हर छोटी सी बात में लोग एक-दूसरे पर चाकू से वार कर दे रहे है। नशे के लती बेखौफ होकर नशे का सेवन कर रहे है और अपराध को अंजाम दे रहे है। आये दिन रायपुर में लूट, सट्टा, चाकूबाजी और वसूली जैसी वारदातें होती है इन सबकी एक ही कड़ी है वो है नशा। नशे में ड्रग्स, चरस, गांजा, अफीम, कोकीन लेते है। मगर नशे की आड़ में लोग चाकूबाजी जैसी वरदारतों को भी अंजाम देते है। पुलिस भी अपनी सक्रियता दिखाते हुए आरोपियों को गिरफ्तार तो कर लेती है मगर जमानती धाराओं के चलते पुलिस को ऐसे आरोपियों को मुचलका देकर छोडऩ़ा पड़ जाता है। और वही आरोपी नशे के गोरख धंधे में फिर लग जाते है।

प्रदेश में अपराध का स्तर बढ़ा

प्रदेश में चाकूबाजी, छिनताई के साथ घरेलू हिंसा के केस लगातार बढ़ रहे हैं। रायपुर में और पूरे देश में तेजधार औजारों को घर में रखने के लिए सरकार ने लाइसेंस लेने का नियम बनाया हुआ है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी ऑनलाइन हथियार खरीदकर लाइसेंस नहीं लेते और उसी हथियार से लोगों को डराते है। सोशल मीडिया के जरिए हो रही औजारों की खरीदी अब अवैध हथियार के रूप में पनप रही हैं। वारदात के बाद ये ऐसे हथियार बन जाते हैं जिस पर आम्र्स एक्ट जैसी धारा लगती तो है मगर कोर्ट में आरोपी की जल्द जमानत भी हो जाती है। जिससे उसमें दूसरे और उससे भी बड़े अपराध करने की हिम्मत आ जाती है।

नशे की वजह से हो रही है हत्या

राजधानी में हत्या जैसा संगीन अपरध अब महज एक खेल बनकर रह गया है। कोई भी युवा किसी भी बात पर चाकू निकालने लग गया है। आज के समय में अपराधियों के लिए आईपीसी की धारा 302 महज एक खेल बन गया है। रोज हर इलाके में चाकूबाजी की वारदातें भी होती है, लेकिन उस पर पुलिस सख्ती से कार्रवाई नहीं करती। शहर भर में नशे कारोबार चल रहा है शराब भट्टियों में लोग लाइन लगाकर शराब खरीदते है वही कुछ आपराधिक तत्व लोगों से बेवजह ही लड़ाई करते दिखते है।

आपसी रंजिश में भी हो रहे वाद-विवाद

रायपुर में आए दिन चाकूबाजी, बलवा, मारपीट, और गाली-गलौज के मामले सामने आते रहते है। इस तरह के अपराध अपराधियों के लिए जैसे आम हो गए है। जिससे पुलिस भी एक हद तक परेशान हो ही रही है। मारपीट की वारदात में भी दो लोगों में कोई वाजिब मुद्दा नहीं होता फिर भी मारपीट होती है। और आपसी व पुरानी रंजिश के चलते भी युवक चाकू से हमला कर देते है। अपराधियों के ऐसे बर्ताव को देखते हुए पुलिस ने अब अपनी कमर कस ली है और आरोपियों के खिलाफ एक मुहिम चलाकर अपराध कम करने में जुटी हुई है।

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