
कई शहरों में एजेंट सक्रिय, कमीशनखोरी पर चला रहे सट्टे का कारोबार
खाईवाल और बुकी दोनों ही सटोरियों से रहते है आनलाइन संपर्क में
सटोरियों का बड़ा नेटवर्क -दिल्ली में बैठे थे बुकी, दांव लगते थे बलौदाबाजार से
64 बैंक खातों में करोड़ों का लेनदेन ,10 आरोपियों को किया है गिरफ्तार
रायपुर/बलौदाबाजार। रायपुर के अलावा भाटापारा, तिल्दा, नेवरा, आरंग, धमतरी, महासमुंद, बिलासपुर, रायगढ़, जांजगीर, नवापारा राजिम में सटोरियों ने सुरक्षित ठिकाना बना रखा है। सटोरियों के गुर्गे मोटे कमीशन पर सटोिरयों के लिए काम करते है। इन सटोरियों का नेटवर्क देश-विदेश तक फैला हुआ है । पिछले महीने सटोरियों के नेटवर्क को तहस-नहस कर बलौदाबाजार पुलिस ने अंतरराज्यीय क्रिकेट सट्टा गिरोह का पर्दाफाश किया है. जो दिल्ली से बैठकर पूरे देश को ऑनलाइन जुए के जाल में फंसा रहे थे। दिल्ली से गिरफ्तार 10 सट्टेबाज:एक लंबी तकनीकी जांच और कड़ी निगरानी के बाद बलौदाबाजार पुलिस ने राजधानी दिल्ली में दबिश देकर गिरोह के 10 सक्रिय सदस्यों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपी रायपुर, भाटापारा, जांजगीर, बिलासपुर, राजनांदगांव, रीवा और चित्रकूट के रहने वाले हैं। इनमें भाटापारा के तीन प्रमुख बुकी भी शामिल हैं, जो दिल्ली से ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा ऑपरेट कर रहे थे, और स्थानीय युवाओं को मोबाइल ऐप और लॉगिन आईडी देकर सट्टा खेलने के लिए जोड़ रहे थे।
ऑनलाइन सट्टा हब की थोक में कई चीजें बरामद
दिल्ली के दो किराए के फ्लैटों में ऑपरेट हो रहे इस ऑनलाइन सट्टा हब से पुलिस ने कई चीजें बरामद की है. जिनमें 8 लैपटॉप, 52 एंड्राइड मोबाइल फोन, 42 एटीएम कार्ड, 64 बैंक अकाउंट के पासबुक, 22 चेकबुक, 38,000 रुपए नकद, इंटरनेट राउटर, मोबाइल चार्जर, एक्सटेंशन केबल और कई तकनीकी उपकरण जब्त किए है. पासबुक और ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड से पता चला है कि करोड़ों रुपए का लेन-देन इन खातों से हो चुका था।
कैसे हुआ खुलासा
थाना भाटापारा शहर और साइबर सेल की टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि संत रविदास वार्ड और सुहेला तिगड्डा क्षेत्र में ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा चल रहा है. 3 अप्रैल को पुलिस ने घेराबंदी कर दो स्थानों से दो आरोपियों को मोबाइल सहित गिरफ्तार किया. पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण से मिली कडिय़ों ने जांच को दिल्ली की ओर मोड़ दिया. फिर दिल्ली में योजनाबद्ध छापेमारी की गई, जहां से पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।
कैसे संचालित होता है सट्टा
आरोपियों के पास ऑनलाइन सट्टा ऐप्स के लॉगिन आईडी थे, जिनसे वे देशभर के अन्य छोटे एजेंट्स और ग्राहकों को जोड़ते थे. ढ्ढक्करु के हर मैच में सैकड़ों-हजारों की रकम इन ऐप्स पर लगती थी, और ये गिरोह हर सट्टे पर मोटा कमीशन कमाता था।
गिरफ्तार आरोपी- कपिल होतवानी - रायपुर पवन मुंजार - रायपुर अंकित चौबे - जांजगीर आशीष धरमपाल – बिलासपुर आर्यन गुंडाने - भाटापारा, अभय साहू - राजनांदगांव सत्यम सिंह - चित्रकूट (क्क) शिवम मिश्रा - रीवा (रूक्क) हरिओम वलेचा - भाटापारा महेश कल्याणी – भाटापारा।
कानूनी शिकंजा
इन सभी आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022, आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। बलौदाबाजार पुलिस अधीक्षक ने कहा – यह जिले की पहली बड़ी ऑनलाइन आईपीएल सट्टेबाजी कार्यवाही है. इस नेटवर्क की तह में जाकर आगे की कार्रवाई की जाएगी, और इससे जुड़े अन्य लिंक को भी ट्रैक किया जा रहा है. बलौदाबाजार एसएसपी विजय अग्रवाल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया, यह इस साल का पहला बड़ा केस है, जिसमें पैनल/बुक आईपीएल सट्टा नेटवर्क का खुलासा हुआ है. आरोपियों को दिल्ली से गिरफ्तार कर बलौदाबाजार लाया गया है और उन पर छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 और आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा
छत्तीसगढ़ के सटोरियों का मध्यप्रदेश और झारखंड के सटोरियों से सीधा संपर्क बताया जाता है। बैतूल में पुलिस ने आईपीएल मैच पर ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से महंगे मोबाइल, नकदी और क्रेडिट कार्ड जब्त किए हैं। कोतवाली थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया ने बताया कि चेन्नई सुपर किंग्स और पंजाब किंग्स के बीच चल रहे क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले एक आरोपी को पुलिस ने बैतूल कोतवाली थाना क्षेत्र के खेड़ी सावलीगढ़ से गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान कपिल राठौर के रूप में हुई है। आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन, 13 क्रेडिट कार्ड, तीन हजार 500 रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इसके अलावा पुलिस को आरोपी के मोबाइल में 12 लाख रुपये से अधिक का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन मिला है। आरोपी के मोबाइल में एक ग्रुप बना हुआ है जिसमें बैतूल, सारणी और पाथाखेड़ा के आठ लोग जुड़े हुए थे, जो आईपीएल पर ऑनलाइन सट्टा लगाने में बुकी का काम करते हैं। पुलिस ने सभी आठ आरोपियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। उन्होंने आगे कहा कि बताया जा रहा है कि यह ग्रुप मिलकर हर दिन आईपीएल में लाखों रुपये का सट्टा लगाने का काम कर रहा है। पुलिस के मुताबिक, ऑनलाइन सट्टे का पूरा नेटवर्क मोबाइल के जरिए संचालित हो रहा था। आईपीएल सट्टे में कैश का लेन-देन नहीं होता है। सट्टेबाज क्रेडिट कार्ड और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के जरिए ही बुकी का पूरा काम करते हैं। फिलहाल पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। उम्मीद है कि पुलिस पूछताछ में आईपीएल सट्टे के इस अवैध कारोबार में जिले के और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।