महासमुंद। थाना खल्लारी के ग्राम खुटेरी में हुए अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. मामले में प्रेमिका ने अपने पति और देवरों के साथ युवक के हत्या के आरोपी पाए गए हैं. आरोपियों ने बेहोशी की हालत में युवक को कुंए में फेंका था. प्रार्थी बेदराम सेन पिता पुनित राम सेन ने 28 नवंबर को अपने 21 वर्षीय बेटे योगेश कुमार सेन के 26 नवंबर को अपनी मां को उसके मायके से लाने के नाम पर निकलने के बाद वापस घर नहीं लौटने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले में खल्लारी थाना में गुम इंसान दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई थी. इधर ग्रामीणों ने भी खेत-खलियान, कुंआ-बाड़ी में तलाश शुरू की, जिसमें 29 नवंबर को ग्रामीण मनहरण पांडे के खाली पड़े निवास के कुंए में शव मिला.
शव को बाहर निकालने के बाद उसकी पहचान योगेश के रूप में की गई. शव तीन-चार दिन पुराना होने के साथ मृतक के योगेश कुमार के सिर में तीन चोटे धारदार हथियार से मृतक के बाई आंख के बाजू में गहरा घाव का निशान पाया गया. मृतक के शार्ट पीएम रिपोर्ट में सिर व चेहरे में धारदार हथियार से चोट पहुंचाकर हत्या करने के साथ मृतक को बेहोशी की हालत में कुंए में फेकने से मौत होना पाया गया. इस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302, 201 भावदि पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया.
जांच में मृतक योगेश कुमार सेन व संदेही लेखराम पटेल उर्फ बालाराम पटेल की पत्नी भुनेश्वरी पटेल के बीच प्रेम संबंध होना पता चला. इसके आधार पर संदेही लेखराम के साथ भुनेश्वरी पटेल से पृथक-पृथक पूछताछ की गई. जिसमें बात सामने आई कि मृतक योगेश सेन का सेलून और आरोपिया भुनेश्वरी पटेल की फोटोकाॅपी, च्वाईस सेंटर ग्राम खुटेरी मेनरोड़ किनारे पर है. दुकान में खाली समय पर एक-दूसरे से बातचीत में दोनों के बीच नजदीकी होने से प्रेम संबंध बन गया.
इस बात की जानकारी भुनेश्वरी पटेल के पति लेखराम को होने पर वह परिवार में बदनामी होने से डरने लगा था. इस बीच 26 नवंबर को रात करीबन 10-11 बजे मृतक योगेश शराब के नशे में धुत होकर लेखराम के घर पहुंच गया और भुनेश्वरी के बिना नहीं रह पाने की बात कहते हुए अपने घर ले जाने पर अड़ गया. इस पर गुस्साए लेखराम ने टंगिया निकालकर योगेश पर ताबड़तोड़ तीन-चार वार कर दिया, जिससे वह जमीन पर गिरकर छटपटाने लगा.
ऐसे में लेखराम ने बेहोश योगेश को ठिकाने लगाने के लिए अपने चचेरे भाई उमेश पटेल और सुरेश पटेल को बुलाकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपने मकान से लगे करीब दो-ढ़ाई फीट उंचे दीवाल को पारकर मनहरण पांडे के खंडहरनुमा बाड़ी के कुंआ में फेंक दिया. योगेश सेन को फेंकते समय सभी के कपड़े खून से सन गए थे, जिन्हें तालाब पास जला दिए और टंगिया के साथ अपना खून लगा कपड़ा के मनहरण के बाड़ी में ही केला पेड़ के नीच छिपा दिया. आरोपियों की अपराध स्वीकारोक्ति के बाद उन्हें गिरफ्तार कर कब्जे से घटना में प्रयुक्त टंगिया, खून से लगा कपड़ा जब्त किया गया.