छत्तीसगढ़: स्कूल भवन निर्माण में व्यापक भ्रष्टाचार से आक्रोशित ग्रामीणों ने किया चक्काजाम
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिलासपुर। संबलपुरी में 79 लाख के स्कूल भवन निर्माण में व्यापक भ्रष्टाचार से आक्रोशित ग्रामीणोंने नये स्कूल भवन निर्माण को लेकर एनएच में चार घंटे चक्काजाम किया। इस पर आरईएस की एसडीएओ की अध्यक्षता में निर्माण की जांच होने पर चक्काजाम समाप्त किया गया। इस दौरान एनएच अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए। नवनिर्मित शाला भवन निर्माण में गुणवत्ता को लेकर संबलपुरी के ग्रामीणों ने चार घंटे तक सकरी-पेंड्रीडीह बाइपास पर चक्काजाम कर विरोध प्रकट करते हुए नये स्कूल भवन स्वीकृति की मांग के साथ ही शाला भवन निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एनएच पर चक्काजाम कर दिया।
अनियमितता की जांच के लिए आरइएस के एसडीईओ की अध्यक्षता में जांच टीम गठित करने की लिखित आश्वासन एवं नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति के लिए कलेक्टर के नाम पर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर चक्काजाम समाप्त किया गया। ज्ञात हो कि एनएच द्वारा कोनी - सकरी - पेंड्रीडीह बाइपास निर्माण के दौरान ग्राम संबलपुरी के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला भवन को तोड़ा था इसके ऐवज में 79 लाख की लागत से नवीन स्कूल भवन का निर्माण कार्य एनएच ने कराया। इस दौरान गुणवत्ताहीन मटेरियल का उपयोग किया जाने लगा जिस पर पंचायत प्रतिनिधियों सहित ग्रामीणों ने इसकी लिखित में एनएचआई,डीईओ एवं बीईओ के समक्ष शिकायत की लेकिन शिकायत की सुनवाई नहीं हुई।
उल्टे एनएचआई के अधिकारियों की शह पर अव्यवस्थित रूप से तीव्र गति से कर दिया गया लेकिन हड़बड़ी में गुणवत्ताहीन कार्य करने का परिणीति नए भवन में सीपेज,दरार एवं परिसर में जलभराव के रूप में सामने आया। कमरे में ब्लैक बोर्ड बनाना तक भूल गए और उल्टे पंचायत प्रतिनिधियों पर भवन को हैंडओवर लेने दबाव बनाया जाने लगा लेकिन भवन की जीर्ण-शीर्ण अवस्था देखकर पंचायत प्रतिनिधियों ने हैंडओवर लेने से इंकार दिया। मामले में कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया।
अधिकारियों पर निकाली भड़ास
ग्रामीणों ने एनएच केअधिकारियों एवं ठेकेदार के खिलाफ जमकर नाराजगी जताते हुए नारे लगाए। चक्काजाम की सूचना पर सकरी नायब तहसीलदार,सिविल लाइन सीएसपी मंजुलता बाज,सकरी थाना प्रभारी,एनएच के प्रोजेक्ट मैनेजर, साइट इंजीनियर गौरव शुक्ला मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने लगे लेकिन आक्रोशित ग्रामीण नए भवन स्वीकृति एवं निर्माण कार्य की जांच की मांग पर अड़े रहे ।