बिलासपुर bilaspur news। कटनी रेलखंड पर घुनघुटी व मुदरिया रेलवे स्टेशन के बीच पहाड़ का एक हिस्सा भरभरा ट्रैक पर गिर गया। इसकी वजह से ट्रेनों का परिचालन बाधित हुआ और ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर नियंत्रित करना पड़ा। ट्रेनें चार से पांच घंटे विलंब से बिलासपुर व उसलापुर रेलवे स्टेशन पहुंचीं। जिसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। Katni Railway Station
लगातार वर्ष के कारण यह हादसा हुआ। चट्टान गिरने के साथ ट्रैक पर पानी भी भर गया, जिसके कारण कटनी से बिलासपुर की ओर आने वाली ट्रेनों के पहिए थम गए। बड़ा हादसा भी टल गया। दरअसल कुछ देर पहले घटना स्थल से भोपाल से दुर्ग जाने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस और छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस गुजरी थी। चट्टान गिरने और पानी भरने के कारण सिग्नल को भी बंद कर दिया गया, जिसकी वजह से कटनी से शहडोल, पेंड्रा, उसलापुर और बिलासपुर आने वाली सभी एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा मालगाड़ी के पहिए आउटर में थम गए। देर रात हुई घटना की सूचना मिलते ही शहडोल और पेंड्रा के स्टाफ तत्काल मौके पर पहुंचे।
सुबह सात बजे के बाद ट्रैक से चट्टान हटाने के लिए मशक्कत शुरू हुई। इस दौरान इंदौर से बिलासपुर आने वाली नर्मदा एक्सप्रेस को आउटर के बाद चंदिया स्टेशन में, बिलासपुर से कटनी जाने वाली लोकल को शहडोल स्टेशन में, निजामुद्दीन से दुर्ग जाने वाली संपर्कक्रांति को शहडोल से पहले और बरौनी-गोंदिया एक्सप्रेस कटनी मुरवारा में घंटो खड़ी रही। दोपहर एक बजे के बाद लाइन को व्यवस्थित कर ट्रेनों को रवाना किया गया। इसके कारण सुबह से दोपहर को उसलापुर और बिलासपुर आने वाली ट्रेनें रात आठ बजे के बाद पहुंची।