जनता से रिश्ता वेबडेस्क : हसदेव अरण्य क्षेत्र में जल-जंगल और जमीन को बचाने के लिए सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण 2 मार्च से सरगुजा जिला के ग्राम हरिहरपुर में अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं.
ग्रामीणों का कहा कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में प्रभावित गांव साल्ही, हरिहरपुर और फतेहपुर गांव के लोगों की बातें नहीं सुनी जा रही है. ग्रामसभाओं ने खनन परियोजना को सहमति नहीं दी.
वहीँ छत्तीसगढ़ के कई समाजिक संगठन के साथ साथ युवाओं में भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है.
सोशल मीडिया इंस्टाग्राम, फेसबुक और ट्विटर के जरिये लगातार #savehasdeoके हैशटेग चलाये जा रहे है
#savehasdeo हैशटैग के साथ स्टॉप अडानी के भी हैशटैग चलाये जा रहे है आपको बता दे के स्टॉप अदानी #stopadani के नाम पर कुछ बड़े देशो में पहले भी कई बार आंदोलन रेली निकाली जा चुकी है बल्कि #stopadani के नाम पर वेबसाइट भी बनायी गयी है
अक्टूबर माह में 300 किलोमीटर पदयात्रा के बाद भी हसदेव के आदिवासियों की कोई सुनवाई नहीं
एक ट्विटर यूजर ने हसदेव अरण्यक के विषय पोस्ट मे कहा है कि वन संरक्षण जैसे शब्दों का गला घोटा जा रहा है,बता दें कि दो दिन पहले ही जंगलों की कटाई शुरू किए जाने के प्रयासों के खिलाफ ग्रामीणों ने चिपको आंदोलन कर पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया. जंगलों की कटाई के विरोध में युवा वर्ग भी गम्भीर संवेदना साझा कर रहे है.