रायपुर। प्रदेश में ''क्वालिटी पाॅवर सप्लाई'' हेतु गांव- शहर की पारेषण प्रणाली को पुख्ता बनाने का कार्य राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार तेजी से किये जा रहे है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर ट्रांसमिशन कम्पनी को रायपुर क्षेत्रान्तर्गत 220/132/33 केव्ही. उपकेन्द्र डोमा में तथा 132/33 केव्ही. उपकेन्द्र बालोद में 40-40 एमव्हीए. क्षमता के 02 पाॅवर ट्रांसफार्मर की स्थापना कर क्रियाशील करने में बड़ी कामयाबी मिली। आज उक्त जानकारी ट्रांसमिशन कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अशोक कुमार ने दी। आगे एमडी. श्री कुमार ने बताया कि डोमा उपकेन्द्र की दूसरी ईकाई 40 एमव्हीए. क्षमता के विशालकाय पाॅवर ट्रांसफार्मर को 2.5 करोड़ तथा बालोद उपकेन्द्र के ट्रांसफार्मर को 4.06 करोड़ की लागत से स्थापित किया गया। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण काल में भी ट्रांसमिशन कंपनी की टीम नये अति उच्चदाब उपकेन्द्रों, लाइनों, ट्रांसफार्मर्स की स्थापना कार्य में जुटी हुई है, फलस्वरूप प्रदेश में ईएचटी. उपकेन्द्रों की संख्या 121 तथा ईएचटी लाईनों की लम्बाई 12823 सर्किट किलोमीटर से अधिक हो गई है। ऐसी उपलब्धियों के लिए श्री कुमार ने पारेषण कंपनी की एक्सपर्ट टीम को बधाई दी, तथा कोविड-19 के संक्रमण से बचते हुए जनहित में उत्कृष्ठ कार्यशैली को बनाये रखने प्रेरित किया।
उन्होंने यह भी जानकारी दी कि राजधानी रायपुर के निकट स्थति औद्योगिक क्षेत्र के उच्चदाब उपभोक्ताओं केा विद्युत प्रदाय करने हेतु 132/33 केव्ही. उपकेन्द्र सिलतरा फेस-2 का निर्माण कार्य प्रगति पर है। जिसे 2020-21 में पूर्ण करने का लक्ष्य है। इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र उरला, बिरगांव में स्थापित 132 केव्ही. लाइनों की पारेषण क्षमता के उन्नयन हेतु पुराने पैंथर कनडक्टर को न्यू टेक्नालाॅजी से निर्मित उच्च क्षमता वाले एचटीएलएस. कनडक्टर में बदलने का कार्य पूर्ण किया गया है। जिससे इस क्षेत्र की पारेषण क्षमता लगभग 50 मेगावाट बढ़ गई है।