रायपुर। बर्तन व्यापारी संतोष जैन के हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एडिशनल एसपी ओमप्रकाश शर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार और बोधघाट थाना प्रभारी राजेश मरई, कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा किया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 25 अक्टूबर को बर्तन कारोबारी संतोष जैन का अपहरण किया गया था, परिजनों ने 27 अक्टूबर को इसकी रिपोर्ट कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी। पुलिस की टीमों ने इस पर जांज शुरू की। इसमें सीसीटीवी से ले कर मोबाइल टावरों के डंप और संदेहियों से पूछताछ का काम लगातार चल रहा था। इसी बिच संतोषी वार्ड के उमेश यादव के घटना में शामिल होने का शक हुआ जो कि ट्रक ड्राइवर है, जिसके बाद उसे हिरासत में ले कर उसके और उसके साथियों से पूछताछ की गई जिसमें इस घटना का खुलासा हुआ।
आरोपी ने बताया की उमेश यादव और उसके साथियों ने प्लानिग करके 2 किलो सोने की खपत का झांसा देकर उसे पहले बस स्टैंड में बुलाया और उसके बाद नियानार लेकर रख दिया। 26 अक्टूबर को परिजनों को फोन पर 10 लाख की फिरौती मांगी। परिवार वालों ने डर कर पहले क़िस्त के रूप में 5 लाख रुपए भी दे दिए थे लेकिन आरोपियों को डर था कि संतोष इस पूरी घटना का राज खोल देगा, जिससे घबराकर उसकी हत्या कर दी और लाश को ट्रक में डाल कर रायकोट के पास फेंक दिया। चारों आरोपी जगदलपुर के निवासी हैं, जिनके नाम उमेश यादव, गुड्डा, आजमन सेठिया, जैकी हैं।