छत्तीसगढ़। जशपुर जिले के बगीचा थाना के पण्ड्रापाठ में विशेष पिछड़ी जनजाति कोरवा समुदाय के दो नाबालिग लड़कियों को आरोपियों ने अपनी हवस का शिकार बनाया है. दोनों पीड़िता कक्षा सातवीं व आठवीं की छात्राएं हैं. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिसमें एक अपचारी बालक शामिल है. पंडरापाठ चौकी प्रभारी दिलबोध चौहान ने बताया कि 13 मार्च को उन्हें शिकायत मिली कि पिछले 24 घंटों से दो लड़कियां घर से गायब हैं. परिजन उन्हें कई स्थानों पर ढूंढा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला. इस बीच परिजनों को पता चला कि कुछ लोगों को जाड़ाकोना जंगल में देखा गया है, जहां परिजन पहुंचे तो आरोपी उन्हें देखकर भाग गए, जहां से नाबालिगों को वापस घर लाया गया.
जानकारी के अनुसार, पण्ड्रापाठ पुलिस चाैकी क्षेत्र में 11 मार्च को एक बारात आई थी. इस दौरान गांव में नाच गाने का कार्यक्रम था, जिसमें पीड़ित नाबालिग गई थी. रात के लगभग 3 बजे जब वह नाच-गाने के बाद चूल्हे के पास बैठी हुई थी, तब आरोपी गंगाराम उसके पास आया और उससे शादी करने की बात कहते हुए उसे अपने साथ जंगल ले गया और दुष्कर्म किया. इसी बीच दूसरी नाबालिग युवती भी रात के तीन बजे के आसपास अपने घर से बाहर निकली थी, जिसे गांव का ही एक अपचारी बालक अपने साथ जंगल ले गया और उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देकर फरार हो गया. पीड़ित युवती किसी तरह से वापस अपने घर आई और परिजनों को सारी बात बताई जिसके बाद उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज कराई. बगीचा थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने बताया कि दोनों मामलों में आरोपी समेत अपचारी बालक के विरुद्ध आईपीसी की धारा 363, 366, 376, 4 पोक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर उन्हें हिरासत में ले लिया है.