छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़: सराफा दुकान में पुलिस का छापा, चोरी के जेवर गलाने का शक, व्यापारी गिरफ्तार
jantaserishta.com
15 Oct 2021 1:36 AM GMT
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बिलासपुर के सदर बाजार स्थित सराफा दुकान में गुरुवार सुबह पुलिस ने छापा मारा। सराफा व्यापारी जेवर गलाने का काम करता है। पुलिस को शक था कि वह चोरी के जेवरों की भी गलाई करता है। जिसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है। उसके पास से 40 किलो चांदी व 4 क्विंटल तांबा समेत 26 लाख 50 हजार रुपए का माल जब्त किया गया है। मामले में व्यापारी व पार्टनर को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
सिटी कोतवाली सीएसपी स्नेहिल साहू व टीआई शीतल सिदार को सूचना मिली कि कोतवाली क्षेत्र के सदर बाजार गोंडपारा निवासी नवनाथ एवले (33) जेवर गलाने का काम करता है। वह शिवसाली सिल्वर रिफाइनल फैक्ट्ररी का संचालक है। उसके पास बड़ी मात्रा में कच्ची चांदी रखी है। नवनाथ मूलत: महाराष्ट्र के सांगली जिले का रहने वाला है। नवनाथ चोरी के जेवरों को भी गला कर उसे सिल्ली बनाकर बेचता है। इस पर पुलिस ने गुरुवार की सुबह उसकी दुकान में दबिश दी। करीब दो घंटे तक पुलिस ने उसकी दुकान की तलाशी ली, जहां उसके पास से बड़ी मात्रा में कच्ची चांदी के साथ ही तांबे का चूर्ण जब्त किया गया।
जांच के दौरान पुलिस अफसरों ने उससे बिल दिखाने को कहा। जिस पर वह गोलमोल जवाब देने लगा। उसके पास से कोई दस्तावेज नहीं मिले। पूछताछ में उसने अपने पार्टनर नितिन उर्फ ब्रम्हदेव के साथ मिलकर कुछ कच्चा चांदी को विजय सालोखे के पास तथा कुछ सोना, चांदी को नितिन उर्फ ब्रम्हदेव की दुकान में रखने की जानकारी दी। उसके बताए अनुसार पुलिस ने विजय सालोखे के यहां भी जांच की। नवनाथ और विजय के पास से पुलिस ने करीब 40 किलो चांदी सिल्लियां व 4 क्विंटल तांबा चूर्ण जब्त किया । दोनों आरोपी के खिलाफ चोरी के चांदी व तांबा गलाने के शक में कार्रवाई की गई है।
फरार आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस
TI सिदार ने बताया है कि इस मामले में गोंडपारा के ही नितिन कदम उर्फ ब्रम्हदेव कदम पिता मचीन्द्र कदम की मिलीभगत सामने आई है। पुलिस ने उसके यहां भी दबिश दी। लेकिन वह कार्रवाई के डर से फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है।
शहर में खप रहे चोरी के जेवर
पुलिस अफसरों ने बताया कि जेवर गलाने वाले व्यापारी बिना बिल व रसीद के ही जेवरों की गलाई कर रहे हैं। यही वजह है कि जेवर गलाने वाले व्यापारियों की पहचान की जा रही है। इस दौरान उन्हें यह हिदायत भी दी जा रही है कि चोरी का माल गलाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गलाई वालों से व्यापारियों की रहती है मिलीभगत
दरअसल, शहर में कुछ सराफा व्यापारी बिना बिल व रसीद के ही जेवर खरीद लेते हैं। उनके द्वारा जेवरों की तस्दीक भी नहीं की जाती। चोरी के जेवरों का व्यापारी कच्चा बिल तैयार कर लेते हैं और उसे गलाने के लिए भेज देते हैं। TI का कहना है कि गलाई करने वाले व्यापारी के साथ ही जिन व्यापारी के जेवर हैं। उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
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