छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: नर्स के अपहरण मामले में पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ़्तार, ऐसे पहुंची आरोपियों तक

jantaserishta.com
28 Dec 2021 2:45 PM GMT
छत्तीसगढ़: नर्स के अपहरण मामले में पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ़्तार, ऐसे पहुंची आरोपियों तक
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कोरबा। जिले के हरदीबाजार इलाके से हुए नर्स के अपहरण के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि 2 करोड़ रूपये की वसूली के लिए नर्स का अपहरण किया गया था। रात्रि 08:30 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई बाजार में कार्यरत एक नर्स जैसे ही स्कूटी से ड्यूटी पर पहुंची, अज्ञात स्कार्पियो सवार युवकों द्वारा उसका अपहरण कर लिया गया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी और संदिग्ध वाहनों की चेकिंग शुरू की।

इस मामले में पूछताछ के दौरान एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि अज्ञात लोगों द्वारा जिस स्कॉर्पियो वाहन में अपहरण किया गया था वह CG-12 पासिंग की थी, इस आधार पर CG-12 पासिंग के सफेद रंग के स्कॉर्पियो के पंजीकृत स्वामियों का जानकारी परिवहन कार्यालय कोरबा से प्राप्त की गई। साथ ही प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना को महिला के किसी करीबी व्यक्ति के द्वारा ही अंजाम दिया गया है, इस आधार पर घटनास्थल के आसपास के इलाके में चलने वाले स्कॉर्पियो वाहन को पहले टारगेट में लिया गया, परिवहन कार्यालय से पता चला कि कुसमुंडा, गेवरा, हरदी बाजार, दीपका इलाके में CG 12 पासिंग की कुल 21 स्कार्पियो वाहन चल रही हैं।
इस आधार पर सभी 21 स्कॉर्पियो वाहन के बारे में गोपनीय तौर पर जानकारी एकत्र की गई। इस दौरान स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी-12-AW-4542 जो संदीप कुमार मानिकपुरी के नाम पर पंजीकृत है जिसे वाहन चालक अरविंद प्रताप कोर्राम घटना दिनांक को चला रहा था। अरविंद प्रताप कोर्राम को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि संजीव कुमार गोंड़ नामक व्यक्ति ने घटना दिनांक को 3 हजार रुपए में वाहन को बुक किया था अरविंद प्रताप सिंह ने सख्ती से पूछताछ करने पर पूरे घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अरविंद प्रताप सिंह से मिली जानकारी के आधार पर संजीव कुमार गोंड़ को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसने बताया कि आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, हरदी बाजार इस मामले का मास्टर माइंड है, जिसने संजीव कुमार गोंड को महिला के अपहरण हेतु 3 लाख रुपए में सुपारी दिया था। घटना के कुछ दिन पूर्व आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न सिंह गोंड, गोवा राज एवं सुनील सिंह ने आपस में मिलकर महिला के अपहरण के बारे में योजना बनाई।
मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला से पूर्व परिचित एवं उसके परिवार का करीबी है, जिसे मालूम था कि महिला को एसईसीएल से मुआवजे में बड़ी रकम मिली है, जिससे लालच में आकर आरोपी सुरेंद्र राठौर ने अपहरण की योजना बनाई। उसने पूर्व में इस महिला को 80 हजार रुपए उधार में दिया था, जिसे महिला वापस नहीं कर रही थी।
आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर की योजना थी कि महिला को अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपए फिरौती की मांग की जाए, क्योंकि महिला के पति की मौत हो चुकी है और वह अकेले रहती है इसलिए आसानी से उससे रकम हासिल किया जा सकता है। सुरेंद्र राठौर ने योजना बनाई कि संजीव कुमार गोंड़ अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो में लेकर महिला को जंगल की ओर चले जाएगा, बाद में सुरेंद्र कुमार महिला को खोजते-खोजते घटनास्थल की ओर पहुंचेगा और महिला और अपहरणकर्ताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाकर रकम देने हेतु तैयार करेगा।
इधर अपहृत महिला को लेकर घूम रहे युवक पकड़े जाने भय से महिला को बोइदा के पास जंगल में छोड़ कर भाग गए। इसके बाद आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजने का नाटक करते हुए बोइदा जंगल की ओर पहुंचा और उसे अपने बुलेट में बैठा कर वापस आया। महिला को पुलिस के पास न ले जाकर कर वह सीधे खरमोरा हाउसिंग बोर्ड स्थित अपने घर पर ले गया और अपहरणकर्ताओं द्वारा जंगल में छोड़े जाने और सुरेंद्र कुमार राठौर के द्वारा महिला को जंगल से घर तक लाने की बात को पुलिस को न बताने हेतु उसे समझाया।
इस मामले का पर्दाफाश करने वाले अधिकारियो और कर्मचारियों को SP भोजराम पटेल ने 10 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है।मामले में आरोपियों द्वारा वारदात में उपयोग किए गए स्कार्पियो वाहन को बरामद कर लिया गया है। साथ ही मामले में मुख्य साजिशकर्ता आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, अरविंद प्रताप सिंह, शत्रुघ्न सिंह, संजीव कुमार, गोवा राज को गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है। 01 आरोपी सुनील कुमार सिंह फरार है जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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