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कहीं भी आने-जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था, क्यांेकि मैं एक पैर के सहारे चलता था। शारीरिक कष्ट की वजह से मुझे बहुत तकलीफ होती थी। अब मोटराईज्ड ट्रायसायकल मिलने से मैं अपनी मर्जी से कहीं भी आ-जा सकता हूं और अपना कार्य दूसरों के सहारे के बिना भी कर सकता हूं। आत्मनिर्भरता से ओतप्रोत उक्त बातें धमतरी के ग्राम सोरम निवासी 80 प्रतिशत अस्थिबाधित दिव्यांग श्याम लाल साहू ने कही। खुशी जाहिर करते हुए पचास वर्षीय श्री साहू आगे बताते हैं कि समाज कल्याण विभाग में उन्होंने पांच जनवरी को ट्रायसायकल के लिए आवेदन दिया और उन्हें तत्काल मोटराईज्ड ट्रायसायकल मिल गई। वे इस सहयोग के लिए शासन तथा समाज कल्याण विभाग के प्रति आभार व्यक्त करते हुए काफी संतुष्ट होकर घर लौटे।
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