छत्तीसगढ़। गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के मरवाही थाना क्षेत्र में मंगलवार को एक युवक की अधजली लाश बरामद हुई थी. पुलिस ने न केवल मृतक की पहचान की, बल्कि हत्या की गुत्थी को भी 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया. पुलिस ने हत्या के आरोप में 4 आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने पैसे की लालच में युवक की अपहरण की योजना बनाई थी, लेकिन प्लान चौपट होने पर हत्या कर दी. फिर शव को जलाकर पहचान छुपाने की कोशिश की गई. अब हत्यारे सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं.
एसपी सूरज सिंह परिहार ने पूरे मामला का खुलासा किया. पुलिस को घटना स्थल पर मिले तनिष्क कंपनी की पानी की बोतल के जरिए क्लू मिला था. फिर मृतक युवक की पहचान राघवेंद्र पटेल (34 वर्ष) कोरिया के झगराखंड निवासी के रूप में हुई. साइबर सेल की मदद से फोन के कॉल डिटेल खंगाले गए. उसके आधार पर पुलिस ने ऋषि रैदास नाम के युवक को पकड़ा. पूछताछ में रैदास ने हत्या के सभी राज खोल दिए.
पुलिस की जांच में पता चला कि राघवेंद्र पटेल के पिता एसईसीएल में कार्यरत थे. रिटायरमेंट के बाद ग्रेजुएटी और अन्य मद से उन्हें बहुत पैसा मिला है. यही वजह है कि आरोपियों ने राघवेंद्र के अपहरण का प्लान बनाया था. जिससे पैसों की डिमांड की जा सके. इसी प्लान को अंजाम देने के लिए 15 जून को आरोपी काजल मन्ना, रवि श्रीवास और ऋषि दास ने राघवेंद्र पटेल को काम के बहाने बिलासपुर चलने को कहा. जब वो राजी हुआ, तो उसे साथ कार में बैठकर ले गए. चौथा आरोपी संतोष चौधरी स्कूटी से पीछे आ रहा था.