रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय में आयोजित लोकार्पण-भूमिपूजन के वर्चुअल कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों से चर्चा कर उन्हें मिले फायदे की जानकारी ली। राजनांदगांव जिले के ग्राम रेंगाकठेरा के किसान श्री भागवत वर्मा ने बताया कि उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय योजना से वर्ष 2020-21 में उनके खाते में कुल एक लाख 85 हजार रूपए आया है। वर्ष 2021-22 में पहल किश्त 58 हजार रूपए आया है। उन्होंने बताया कि गोबर बेचने पर उन्हें 85 हजार रूपए मिले, जिससे उन्होंने एक स्कूटी ली है। उन्होंने यह भी बताया कि उनके पास 22 एकड़ जमीन है, जिस पर वे धान की फसल लेते हैं। इस बार वे 5 एकड़ में राहर की फसल लेने की योजना बनाए हैं। मुख्यमंत्री ने उन्हें राजीव गांधी किसान न्याय योजना की जानकारी देते हुए कहा कि यदि वे धान की फसल की स्थान पर दूसरी फसल लगाए तो उन्हें इस योजना में 10 हजार रूपए प्रति एकड़ की इनपुट सब्सिडी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने उन्हें मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना की जानकारी भी दी। उन्होंने श्री वर्मा को वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने और जैविक खेती के लिए भी प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैविक फसल की कीमत भी अच्छी मिलेगी।
राजनांदगांव जिले के ग्राम मोखला के चरवाहा श्री सेवक यादव ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचकर मिली राशि में से 40 हजार रूपए में उन्होंने नया शौचालय बनवाया है। उन्हें गोबर से अच्छी आमदनी हुई है। गौठान बनने से काफी फायदा मिला है। मुढ़पार गांव के गौठान में वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम कर रही महिला स्व-सहायता समूह की लता साहू ने मुख्यमंत्री का बताया कि उनके समूह ने 240 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट बनाया है, जिसमें से 201 क्विंटल की बिक्री हो गई है, इसके एवज में उन्हें 71 हजार 792 रूपए की राशि मिली है। मुख्यमंत्री के पूछने पर लता ने बताया कि उनके समूह ने इस राशि से वे हालर मशीन लेने की सोच रहे हैं और बच्चों की पढ़ाई में भी कुछ राशि का उपयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि उनके समूह में 13 सदस्य है। वे लोग किसानों को खेतों में वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने की समझाईश भी देते हैं।
मोखला गांव की मेहतरीन बाई ने बताया कि उनके समूह की तीन सदस्य आधा एकड़ में बाड़ी योजना के तहत सब्जी-भाजी लगाई हैं। सब्जी बेचकर उन्हें एक लाख 10 हजार रूपए की आमदनी हुई है। आधा एकड़ में भिण्डी, भाटा, तरोई, लौकी, करेला, बरबट्टी आदि से अच्छी कमायी कर रही हैं। वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने वाले छुरिया विकासखंड के ग्राम पाण्डेटोला के किसान श्री ताम्रध्वज पटेल ने बताया कि उनके पास 8 एकड़ जमीन है, जिसमें से एक एकड़ में उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया, इससे बीजों में अच्छा अंकुरण हुआ और बीमारी भी नहीं हुई। पहले एक एकड़ में 14 से 15 क्विंटल धान होती थी, जो वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग करने के बाद 22 से 23 क्विंटल हो गई है। इस वर्ष वे चार से पांच एकड़ में जैविक खेती करेंगे। मुख्यमंत्री ने उन्हें जैविक खेती के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह देते हुए कहा कि जैविक खेती के उत्पाद की उन्हें अच्छी कीमत मिलेगी। टूर और ट्रेवल्स का काम करने वाले हितग्राही श्री रूपचंद ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने नीलामी के माध्यम से नजूल की 355 वर्ग फीट जमीन रेल्वे स्टेशन के पास ली है। इसकी उन्हें जरूरत थी। रेल्वे स्टेशन के पास होने के कारण इससे उन्हें अपने व्यापार में फायदा मिलेगा। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा जिला कलेक्टरों को नीलामी के माध्यम से 7500 वर्ग फीट तक जमीन आबंटन का अधिकार दिया गया है। जिसका फायदा श्री रूपचंद ने लिया।
जिले की श्रीमती लोकेश्वरी सोनकर ने बताया कि सुपोषण अभियान से उनकी सेहत में सुधार आया है, वजन भी बढ़ा है। उनके बच्चे को भी योजना का लाभ मिला है। मुख्यमंत्री ने सुपोषण योजना का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को प्रेरित करने को कहा। मुख्यमंत्री स्लम स्वास्थ्य योजना के हितग्राही श्रीमती रानी सिंह ने बताया कि मेडिकल मोबाईल यूनिट से उन्हें और उनके मोहल्ले के लोगों को उनके घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। इसके लिए अब दूर नहीं जाना पड़ता है। राजीव आश्रय योजना के अंतर्गत राजनांदगांव जिले में वर्षाें से काबिज लोगों को भूमि का पट्टा दिया गया है। इस योजना के हितग्राही श्रीमती वंदना मिश्रा ने इस योजना का लाभ मिलने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि वे 2003 से जमीन पर काबिज थे, लेकिन हमेशा यह डर बना रहता था कि हमें यहां से कभी भी हटा दिया जाएगा। लेकिन इस योजना में उन्हें 662 वर्ग फीट का पट्टा मिला और यह डर दूर हुआ। उन्होंने बताया कि राजीव नगर में 42 लोगों को पट्टा मिला है। कलेक्टर श्री तारण प्रकाश सिन्हा ने बताया कि राजनांदगांव जिले में 450 लोगों को इस योजना का लाभ मिला है।