छत्तीसगढ़। जांजगीर जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम खीसोरा में चार दिन पहले हुई युवक के अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्याययिक रिमांड में भेज दिया है. मामले में जो सच्चाई सामने आई है, वो बेहद ही चौंकाने वाली है. युवक की हत्या उसी की सगी बहन ने की थी और हत्या के बाद खुद थाने में अज्ञात हत्यारे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दी. पुलिस को जब आरोपी बहन रामेश्वरी कुर्रे पर शक हुआ, तब मनोवैज्ञानिक तरीके से उससे पूछताछ करना शुरू किया. फिर धीरे-धीरे आरोपी बहन ने वारदात की सारी कहानी बयां कर दी.
पूछताछ में आरोपी बहन रामेश्वरी कुर्रे ने हत्या का जो कारण बताया, उसने सबका दिल झंझोर कर रख दिया है. रामेश्वरी ने बताया कि परिवार में उसके पिता और उसकी बहन की दिमागी हालत सही नहीं है, वो और उसका भाई ही परिवार का खर्च चलाते थे. करीब साल भर पहले उसके भाई मनोज कुर्रे की सगाई ग्राम मुड़पार की कृतिका के साथ की गई थी. सगाई के बाद उसका भाई धीरे-धीरे बदल गया. अपने परिवार को छोड़ अपने ससुराल में ही रहने लगा. खेती किसानी से कमाए पैसे भी अपने और अपने ससुराल वालों पर खर्च करने लगा था. अपने बीमार बाप और बहन को पाई पाई के लिए मोहताज कर दिया था. घरेलू खर्च के लिए पैसे मांगने पर उसके साथ गली गलौच करता था. जिससे तंग आकर रामेश्वरी कुर्रे ने अपने भाई मनोज कुर्रे को मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस पूछताछ में आरोपी बहन ने बताया कि अपने भाई मनोज कुर्रे की प्रताड़ना से तंग आकर उससे छुटकारा पाने के लिये उसे मौत के घाट उतारने की योजना बनाई थी. 16-17 दिसंबर की दरमियानी रात जब मनोज घर में सो रहा था, उसी समय रामेश्वरी कुर्रे ने लोहे की रॉड से मनोज के सर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी. मगर मनोज कही जिंदा न बच जाए सोच कर बिजली के तार से उसकी आंख चेहरा और हाथ को भी जला दिया. हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड और बिजली के तार छुपा दिया.