छत्तीसगढ़: 80 स्कूलों में अवकाश घोषित, भारी बारिश के चलते लिया गया निर्णय

रायपुर। दक्षिण बस्तर के सुकमा और बीजापुर जिले में पिछले एक सप्ताह से हो रही भारी वर्षा के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। हालत दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है। गुरुवार को सुकमा जिले के कोंटा तहसील में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के 60 और सुकमा तहसील के 20 स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया। जिले के अन्य तहसीलों में भी वर्षा और बाढ़ की स्थिति का आंकलन कर स्थानीय शिक्षा प्रशासन को स्कूलों का संचालन करने अथवा नहीं करने को लेकर निर्णय लेने की छूट दे दी गई है।
इस जिले में लगातार चाैथे दिन काेंटा-चेट्टी के बीच सबरी नदी के बैकवाटर से राष्ट्रीय राजमार्ग डूबा हुआ है इसके कारण तेलंगाना-आंध्रप्रदेश के साथ बस्तर का सड़क संपर्क कटा हुआ है। जिले में सबरी, मलगेर आदि प्रमुख नदियाें के साथ ही अधिकांश बरसाती नालों के उफान पर होने से जगरगुुंडा सहित तीन दर्जन से अधिक क्षेत्र जिला मुख्यालय से कटे हुए हैं।
उधर, बीजापुर जिले में वर्षा और बाढ़ से स्थिति संकटमय बनी हुई है। यहां बाढ़ का सबसे अधिक असर भोपालपट्नम तहसील में पड़ा है। इस तहसील में चंदूर, कोत्तूर, तारलागुड़ा, कांडला, रामपेटा आदि गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। कांडला में गांव छोड़कर ग्रामीणों ने पहाड़ पर शरण ली है। यहां गोदावरी और इंद्रावती दोनों प्रमुख नदियां व इनके सहायक नाला उफान पर हैं। इसके कारण तहसील के 90 फीसद स्कूलों में गुरुवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है।
